नये मोटरवाहन एक्ट के खिलाफ JVM का राज्यव्यापी आक्रोश मार्च, रांची में बाबू लाल मरांडी ने मोर्चा संभाला
पूरे राज्य में नये मोटरवाहन कानून के नाम पर की जा रही धांधली व वसूली के खिलाफ झारखण्ड विकास मोर्चा आज सड़कों पर उतर गया। रांची में इसका नेतृत्व झाविमो सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी ने किया, तथा आक्रोश मार्च निकालकर राज्य व केन्द्र सरकार की कड़ी आलोचना की। बाबू लाल मरांडी का कहना था कि इस नये कानून ने जनता में सुधार के बजाय दहशत को जन्म दे दिया है, जिससे लोगों में आक्रोश साफ देखा जा रहा है।
बाबू लाल मरांडी ने कहा कि राज्य व केन्द्र सरकार को अपनी सोच में बदलाव लाना चाहिए। सुधार के लिए सिर्फ जुर्माना ही एकमात्र विकल्प नहीं है, उसके कई विकल्प हैं, पर सरकार को लगता है कि जनता को दहशत में रखने से ही उनको फायदा व आनन्द मिलता है। राज्य सरकार जितनी जल्दी अपना रवैया सुधार लें, उतना ही अच्छा है।
उन्होंने कहा कि सरकार ऑन द स्पॉट यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवाले को पकड़ उन्हें हेलमेट, प्रदूषण सर्टिफिकेट आदि उपलब्ध क्यों नहीं करा देती, इससे लोग सुधरेंगे भी और नियम का पालन भी करेंगे, पर केन्द्र व राज्य सरकार ने इन सारे कामों को छोड़कर लोगों को दंड देने का मन बना लिया, जिससे पूरे देश में लोग केन्द्र व राज्य सरकार के इस निर्णय से खफा है।
इधर पूरे राज्य में भाजपा को छोड़कर, सारे विपक्षी दलों ने नये मोटर वाहन कानून में लाये गये बेतहाशा जुर्माने को जनविरोधी बताया, तथा इसे क्रूरता की संज्ञा दे दी। रांची में करीब–करीब सारे विपक्षी दलों ने सड़कों पर उतरकर इस नये मोटरवाहन कानून की जमकर भर्त्सना की, साथ ही कहा कि आनेवाले विधानसभा चुनाव में राज्य सरकार अपनी बोरिया–बिस्तर बांध लें, क्योंकि इनके भी चालान काटने के लिए जनता तैयार है।