राजनीति

सुप्रियो ने भाजपा प्रवक्ता अजय आलोक के प्रेस कांफ्रेस का किया आपरेशन, पूछा आप ईडी के दामाद हो क्या? दागे सवाल बंगारु लक्ष्मण कौन थे और उसने चार साल सजा क्यों काटी?

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक की हुई प्रेस कांफ्रेस का देखते ही देखते आपरेशन कर दिया। अपने आपरेशन में सुप्रियो ने कहा कि अजय आलोक ने कहा है कि झारखण्ड को हमने ही बनाया है, हम ही संवारेंगे। सुप्रियो ने कहा कि अजय आलोक को पता नहीं कि घर मालिक घर के निर्माण में पैसे खर्च करता है। मजदूर घर के निर्माण में श्रमदान करते हैं।

पंडितजी गृह प्रवेश कराकर दक्षिणा लेते हैं और चल देते हैं। केवल गृह प्रवेश करा देने से वो घर पंडित जी का नहीं हो जाता। ये सही है कि अटल बिहारी वाजपेयी का जब शासन था तो उनके कार्यकाल में झारखण्ड बना, लेकिन ये भी सही है कि भाजपावालों ने दक्षिणा के रुप में 17 साल राज कर लिये और अब का जो झारखण्ड हैं, वो हमारा है, इसे हम ही संवारेंगे। मतलब आप काम के एवज में दाम ले चुके हैं। यहां से घसकिये।

अभिषेक पिंटू के उपर जानलेवा हमले होने की बात पर सुप्रियो ने कहा कि आखिर ये सारी झूठी बातें कहा से ये लोग बोलते हैं। वो कहते है कि ईडी के पास वो बोला था तो क्या ये ईडी के दामाद है कि ईडी ने आपको बता दिया। सुप्रियो ने कहा कि अरे भ्रष्टाचार की बात करनेवालो तुम ये बताओ कि बंगारु लक्ष्मण कौन था? जिसने रक्षा सौदे में पैसे लिये और चार साल जेल भी काटी। आज बंगारु का कंगारु लोग इस पर बात क्यों नहीं करता। सुप्रियो ने कहा कि वे इनलोगों को कंगारु इसलिए कह रहे है कि इनके पेट में भी झोला होता है। उस झोले में इलेक्टरोल बॉन्ड, हेमन्त बिस्वशर्मा, नारायण राणे, अजीत पवार, प्रफुल्ल पटेल, नवीन जिंदल जैसे लोग रहते हैं।

ये आदिवासी को यह कह रहा है कि आदिवासियों के पास दस हजार रुपये नहीं होते। अजय आलोक को मालूम होना चाहिए कि आज जो एचईसी या रिम्स की बिल्डिंग खड़ी है। उस बिल्डिंग की डिजाइन करनेवाले आदिवासी ही थे, जिनका नाम कार्तिक उरांव था, जो जर्मनी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई किये हुए थे। सुप्रियो ने कहा कि ये लोग आदिवासियों की तौहीन करते हैं। अपमान करते हैं। राष्ट्रपति को हाथ बांधकर खड़ा करवा देते हैं और खुद कुर्सी पर बैठकर ताली बजाते हुए मुस्कुराते हैं।

सुप्रियो ने कहा कि समय चक्र बदल रहा है। उदयन हास्पिटल में क्या-क्या होता है। सब पता है। बिहार हमसे कोई दूर नहीं। बिहार को भोजन, बिजली और संसाधन हम ही उपलब्ध कराते हैं, क्योंकि बिहार से हमारा रिश्ता रहा है। सुप्रियो ने कहा कि लगता है कि यह व्यक्ति ईडी का दामाद है तभी तो अपने ससुराल की सारी खबर मालूम रहती है। किसको धमकी मिली।

मतलब उलूल जुलूल बात करनेवाले, आदिवासियों-मूलवासियों से घृणा करनेवाले, आदिवासियों को दस हजार तक की औकात नहीं की बात करनेवालो को शायद पता नहीं कि इन्ही सभी सोच के कारण झारखण्ड बिहार से अलग हुआ। यह जो इनकी घटिया सोच है। इसी घटिया सोच के कारण आज इंडिया गठबंधन देश में संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए इस चुनाव में खड़ा है।