राजनीति

सुप्रियो ने उठाए सवाल EC संज्ञान ले, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु उड़ीसा को छोड़ दिल्ली में मतदान की, तो वो कौन सी परिस्थिति थी  कि रघुवर दास को उड़ीसा छोड़ झारखण्ड में मतदान करना पड़ा?

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि अठारहवीं लोकसभा आम चुनाव – 2024 के राष्ट्रीय स्तर पर छठे चरण तथा झारखण्ड राज्य के तीसरे चरण में सम्पन्न लोकसभा क्षेत्रों में प्रबुद्ध मतदाताओं द्वारा इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशियों के प्रति आस्था एवं आशीर्वाद के लिए वे दिल से आभार प्रकट करते हैं।

भीषण गर्मी में भी लोगों का झारखण्डी अस्मिता की रक्षा के लिए कतारबद्ध हो कर मूलवासी-आदिवासियों के प्रति हो रहे अन्याय, संविधान पर हो रहे हमले के खिलाफ उनका मतादेश यह साबित करता है कि हमारा लोकतंत्र कितना मजबूत है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र में समायोजित पूर्वी जमशेदपुर विधानसभा क्षेत्र में आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास द्वारा मतदान किया जाना हतप्रभ करता है।

किसी भी राज्य का राज्यपाल उस राज्य का प्रथम नागरिक होता है और उनसे यह अपेक्षा होती है कि वह अपने राज्य के संवैधानिक प्रमुख होने के नाते उस राज्य में मतदान करें ताकि मतदाताओं के लिए एक उत्साहवर्धक संदेश प्राप्त हो। हमारे राज्य झारखण्ड के प्रथम नागरिक राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन द्वारा रांची लोकसभा में मतदान किया जाना न सिर्फ उदाहरण है वरण उनको हमारी ओर से आभार व्यक्त करना भी है।

क्या यह प्रश्न आज के लिए प्रासंगिक है कि रघुवर दास अपने राज्य उड़ीसा को अपना नहीं मानते या उड़ीसा के प्रबुद्ध जनता उन्हें अपना नहीं मानती। हम सब जानते हैं कि जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र में लाखों लोग बांग्ला के साथ-साथ उड़िया भाषी भी हैं। रघुवर दास क्या यह संकेत देना चाहते है कि उड़िया भाषी लोग किसी एक राजनैतिक दल का समर्थन नहीं करेंगे तो उड़ीसा के लोगों के प्रति उनका आगामी दिनों का व्यवहार कैसा रहेगा?

भारत निर्वाचन आयोग को भी यह संज्ञान लेना चाहिए कि जब भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी ने अपने प्रिय राज्य उड़ीसा को छोड़ कर राजधानी दिल्ली में मतदान किया। वो कौन सी परिस्थिति हुई कि उड़ीसा के राज्यपाल को अपने गृह राज्य में आकर मतदान करना पड़ा? उनका यहां मतदान करना स्थानीय प्रशासन को प्रभावित करना एवं मतदाताओं को भ्रमित करने का एक निंदनीय प्रयास है जो लोकतंत्र के लिए एवं संघीय ढांचे के लिए अशुभ है।

सुप्रियो ने कहा कि वे उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास को इस बात के लिए बधाई देते है कि उन्होंने अपना उपस्थिति दर्ज करवा कर झारखण्ड मुक्ति मोर्चा को उपकृत किया है, वे समीर मोहन्ती की विशाल जीत को पक्का करने का काम किया है। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी जमशेदपुर में, गिरिडीह में ( मथुरा प्रसाद महतो), धनबाद में अनुपमा सिंह तथा रांची में (सुश्री) यशश्विनी सहाय को भी उपकृत किया है, उनको बहुत-बहुत धन्यवाद्।