थैंक यू सोनम वांगचुक, आपने देशभक्ति जगाई, चीन को औकात बताया, जो काम भारतीय नेता नहीं कर सकें, वो आपने कर दिखाया
थैंक यू सोनम वांगचुक , हम आपको कभी नहीं भूल सकते, आपने भारत और भारतीय सैनिकों की पीड़ा समझी, आपने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों का दर्द समझा और भारतीयों से अपील की कि भारतीय, चीनी सामानों को खरीदना बंद करें, आपकी बातों का भारत में असर भी हुआ है, बड़ी संख्या में लोग आपकी बातों को मान रहे हैं, मैं सचमुच बहुत खुश हूं, कोई तो हैं जो भारत और भारतीय सैनिकों तथा केन्द्रीय पुलिस संगठन के जवानों का दर्द समझा और भारतीय सीमा की बेहतर सुरक्षा के लिए एक सुंदर सा संदेश दिया।
थैंक यू अमूल को भी, जिसने चीन को अपने विज्ञापन के माध्यम से चुनौती दी और कहा कि हम भारतीय सक्षम हैं, स्वयं को बेहतर बनाने के लिए। सोनम वांगचुक जी, आपने चीन की मीडिया ग्लोबल टाइम्स के परखचें उड़ा दिया, उस ग्लोबल टाइम्स की जिसके सम्मान में भारतीय वामपंथी कशीदे पढ़ने से नहीं इतराते, आपने भारतीय मीडिया को भी बताया कि देश क्या होता हैं? आज अगर ग्लोबल टाइम्स आपके खिलाफ खड़ा हुआ हैं, या आपको आंख दिखा रहा हैं तो वह ऐसे ही नहीं हुआ हैं, उसे भी आभास हुआ है कि सोनम वांगचुक का आह्वान भारत में रंग ला रहा हैं।
खुशी इस बात की है कि बड़ी संख्या में भारतीय युवा आपकी बातों का अनुसरण करने लगे हैं, और चीनी सामानों से तौबा करने लगे हैं। चीन की ये आदत रही है कि अपने पड़ोसियों को इस स्थिति में ला दो कि उसके पड़ोसी चीन के सामने कटोरे लेकर खड़े रहे। इसके लिए चीन दो प्रकार की नीतियां अपनाता हैं, वो अपने पड़ोसियों को मुंहमांगी कीमत देकर कर्ज में डूबोता हैं, और फिर उस पर राज करता है और जो इस चक्कर में नहीं आते, तो वह उसे अपनी सेना और ताकत का रौब दिखाता है।
वो समझता है कि दुनिया की सारी ताकत उसी के पास हैं, पर उसे नहीं पता कि सारी दुनिया जिसमें इक्के-दुक्के देश को छोड़कर जिनकी कोई औकात नहीं, आज चीन के दुश्मन बन गये हैं। आज विश्व के बड़े-बड़े उद्योग चीन से अपनी हाथ खींचने लगे हैं, अब चीन की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब होने लगी है, अगर यही स्थिति रही तो चीन के हाथों में कटोरा लेने से भी कोई रोक नहीं सकता।
जरा देखिये न, कल तक चीन कोरोना को लेकर पूरे विश्व के देश को हांक रहा था, आज वह अपने देश में श्वेत पत्र जारी कर रहा है कि उसने कोरोना को लेकर कोई बात नहीं छुपाई, जबकि सच्चाई विश्व के कई देशों को पता है, चीन की गुंडागर्दी इसी बात से दिखती है कि उसने अपने ही मित्र देश पाकिस्तान को अंडरवियर गार्मेन्ट्स से बने मास्क भेज दिये, यानी इस भयंकर मानवीय त्रासदी में भी वह गुंडागर्दी से नहीं चूक रहा, ऐसे में उसकी सोच को समझा जा सकता है।
चीन की गुंडागर्दी इसी बात से भी झलकती है कि एक ओर तो वह सीमा के मुद्दे पर भारत से बात कर रहा हैं और दूसरी ओर अपने सैनिकों को गुंडागर्दी करने की खुली छूट दे रखी हैं, पर मानना होगा अपने भारतीय सैनिकों को, कि उन्होंने उन चीनी सैनिकों को अच्छी तरह औकात बता दिया है, और मौका मिला तो ये भारतीय सैनिक इनकी औकात अवश्य बतायेंगे। चलिये, आपने बहुत अच्छा किया कि चीन को सोचने पर मजबूर कर दिया, वहां की मीडिया को अपने उपर लिखने पर मजबूर किया, आपने देशभक्ति जगाई, जो काम भारतीय नेता नहीं कर सकें, वो आपने कर दिखाया।