जिस हैरतअंगेज प्रदर्शन पर एकल अधिकार लड़कों का था, अब वहां धनबाद की लड़कियों ने भी दिखाया दम, कहा हम किसी से कम नहीं
26 जनवरी यानी भारतीय गणतंत्र दिवस। धनबाद के जियलगोरा स्टेडियम में बीसीसीएल गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित की है। जहां मौका मिला है, अम्बेडर स्कूल ऑफ मार्शल आर्ट्स से जुड़ी लड़कियों को अपना बेहतर प्रदर्शन करने का। जैसे ही इन लड़कियों को अपना हुनर दिखाने का मौका मिला। छात्रा सानू ने खुद को तीन भाले की शैय्या पर लिटाकर अपने पेट पर चट्टान तुड़वा डाला, जिसे देख सभी आश्चर्यचकित हो गये।
यही नहीं अम्बेडकर स्कूल ऑफ आर्ट्स से जुड़ी सुधा ने ट्रक के ट्यूब में अपने मुंह से हवा भरकर सभी को अंचभित कर दिया, जबकि सानू, अंजू, नेहा, कविता, कंचन, सुधा, अंतरा, त्रिना, संगाती और प्रतिमा ने सामूहिक रुप से कीक पंच और काता का शानदार प्रदर्शन किया। दूसरी ओर रीना, ज्योति, नीतू, शिवानी, कुमकुम, एंजेल ने किक पंच से पटरा और टाइल्स को टूकड़ों में विभक्त कर दिया।
आम तौर पर ऐसे प्रदर्शन ज्यादातर लड़के ही किया करते हैं, पर लड़कियों द्वारा भी यह दम-खम दिखाना धनबाद में चर्चा का विषय बना हुआ है। जब सानू समेत अन्य लड़कियां यह प्रदर्शन कर रही थी, तब वहां बीसीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद, डीपी आर एस महापात्रा समेत अन्य अधिकारियों के साथ-साथ समाज के अन्य गण्यमान्य लोग भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन अम्बेडकर स्कूल ऑफ मार्शल आर्ट्स के अध्यक्ष सह मुख्य प्रशिक्षक अनिल बाँसफोर, उपाध्यक्ष अमर बावरी तथा लिम्का बुक रिकॉर्ड धारी अमरजीत बाँसफोर एवं मुकेश बाँसफोर के द्वारा किया गया। अनिल बांसफोर पिछले कई सालों से धनबाद के प्रतिभाओं को उभारने का काम करते आ रहे हैं, जिससे धनबाद ही नहीं बल्कि पूरे देश में इनकी विशेष पहचान बन गई है।