छठ को लेकर हेमन्त सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स से बौखलाई भाजपा, कही हेमन्त का पुतला फूंका तो कही जल सत्याग्रह कर विरोध जताया
हेमन्त सरकार द्वारा छठ महापर्व को लेकर, छठ व्रतियों व उनके परिवारों को जारी की गई गाइडलाइन्स ने भारतीय जनता पार्टी को बैठे-बैठाए सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण मुद्दा हाथों में थमा दिया है। जिसको लेकर पूरे राज्य में भाजपा ने आंदोलन चला दिया है। कही हेमन्त सोरेन के खिलाफ जल-सत्याग्रह, तो कही मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के पुतले भी जलाये जा रहे हैं।
इधर सरकार को समर्थन दे रही कांग्रेस के भी हाथ-पांव फूलते नजर आ रहे हैं, तथा सरकार से गाइडलाइन्स में सुधार करने की वो बात करने लगी है। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के कई नेता भी हेमन्त सोरेन से गाइडलाइन्स में सुधार की गुहार लगा रहे हैं, पर सरकार की ओर से अभी तक सुधार की बात नहीं आ रही है, लेकिन लोग आशा लगा रहे हैं कि जनांदोलन को देखते हुए सरकार अपनी इस गाइडलाइन्स में सुधार अवश्य लायेगी।
आज रांची में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अपने रांची के सांसद संजय सेठ के नेतृत्व में रांची के बटन तालाब पर जाकर जल सत्याग्रह किया। उनके साथ इस जल सत्याग्रह में रांची के विधायक व पूर्व नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, उप-महापौर संजीव विजयवर्गीय, कांके विधायक समरीलाल, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, महावीर मंडल केन्द्रीय समिति डोरंडा के अध्यक्ष संजय पोद्दार भी मौजूद रहे। इन सारे नेताओं ने एक स्वर से छठ व्रत को लेकर जारी किये गये गाइडलाइन्स का कड़ा विरोध किया तथा इसकी तुलना तुगलकी फरमान से कर दी।
उधर धनबाद में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा विधायक राज सिन्हा के नेतृत्व में राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का पुतला फूंका तथा जल्द से जल्द छठ व्रत को लेकर जारी गाइडलाइन्स में सुधार करने को कहा। इस दौरान राज सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर इनको इस तरह का गाइडलाइन्स जारी ही करना था तो ये दस-पन्द्रह दिन पूर्व में लाते, ये क्या जब व्रत सर पर हैं तो ये दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं।
दूसरी ओर रांची के ही एक अन्य तालाब में भाजपा नेता मुनचुन राय के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने हेमन्त सरकार के इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन चलाया और सरकार की जमकर आलोचना की।