अपनी बात

हेमन्त सरकार के खिलाफ भाजपा द्वारा बनाई गई मानव शृंखला को जनता द्वारा मिला समर्थन, अगर सरकार चेत गई तो ठीक, नहीं तो जाने के लिए हेमन्त रहे तैयार

भाई बात साफ है। आज जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशस्तरीय नेताओं व उनके कार्यकर्ताओं ने राज्य के विभिन्न प्रखण्ड कार्यालयों में हेमन्त सरकार के खिलाफ मानव शृंखला बनाई, आक्रोश व्यक्त किया और जिस प्रकार से आम जनता ने इस आंदोलन में दिलचस्पी दिखाई, वो बताता है कि हेमन्त सरकार के लक्षण ठीक नहीं दिख रहे, अगर सरकार आज के इस आंदोलन को लेकर चेत गई, तो ठीक हैं, नहीं तो गुमान में रह गई तो उसका जाना उतना ही सटीक है, जितना दिन-रात का होना।

मैं देख रहा हूं कि हेमन्त सरकार में शामिल सारे लोग सत्ता के गुमान में पागल हैं, वे बक-बक करने में इतने मशगूल है कि उन्हें पता नहीं कि इसका परिणाम क्या निकलेगा, लेकिन बके जा रहे हैं, क्योंकि उन्हें बोलनेवाला कोई नहीं है। अभी एक विडियो कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव का वायरल हो रहा है।

जिसमें वे तालिबानियों के समर्थन में बक-बक किये जा रहे हैं, और ये कह रहे है कि तालिबानियों को अफगानिस्तान के लोगों का समर्थन मिल रहा हैं, पर उन्हें शायद नहीं पता कि अगर ये सत्य होता तो अफगानिस्तान की जनता एरोप्लेन के उपर बैठकर देश छोड़ने के फिराक में अपनी जानें नहीं देती।

जो चीनी सरकार तालिबान को समर्थन देने में आगे आ रही थी, आज वहीं चीन के लोग सरकार को सोशल साइट पर गरिया रहे हैं। लेकिन अपने देश में क्या हो रहा है, कांग्रेस के लोग तालिबानियों के समर्थन में नारे लगा रहे हैं, समर्थन कर रहे हैं और सोच रहे हैं कि भारत की जनता उन्हें समर्थन दे दें, ये कैसे हो सकता है?

सारा झारखण्ड जानता है कि इस सरकार के आने के बाद सर्वाधिक गाज यहां की जनता पर पड़ रही हैं, मंत्रियों ने लूट मचाकर रखी है। खनन में लूट है। बलात्कारियों के पौ-बारह है। पत्रकारों को झूठे मुकदमें में फंसाकर, उनके मनोबल को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

आदिवासी युवतियों व बच्चों का पुलिस रातों-रात अपहरण कर, उन्हें झूठे मुकदमे में इस्तेमाल कर रही है। कानून-व्यवस्था चौपट है। विपक्षी नेताओं के लिए गंदे-गंदे शब्दों का इस्तेमाल हो रहा है। सारी मर्यादाएं-नैतिकता को समाप्त कर दिया गया है। हेमन्त सरकार में कनफूंकवों का विशेष ध्यान दिया जा रहा हैं। विकास कार्य ठप है।

स्वास्थ्य सेवा से जुड़े हुए लोगों पर कहर बरपाया जा रहा है। दवाई दोस्त को बंद कर दिया गया और वहां अपने चहेतों को लाने का प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग में इन दिनों एक महिला अधिकारी वो कर रही हैं, जिसका इजाजत कानून तक नहीं देता, वो पैरवी पत्र भेज कर रिम्स में बवाल करवा दे रही हैं, लेकिन कोई बोलनेवाला नहीं है।

अगर यही स्थिति रही, तो भाजपा को सत्ता में आने से कोई रोक नहीं सकता। ये ध्रुव सत्य है। हेमन्त सोरेन सरकार कितना भी दिमाग लगा लें कि वो बाबू लाल मरांडी को डैमेज कर चुकी है, लेकिन सच्चाई यह है कि सरकार द्वारा बार-बार उन पर प्रहार किये जाने के बाद वे और निखरते चले जा रहे हैं।

हाल ही में उनके मीडिया सलाहकार सुनील तिवारी पर लगाये गये झूठे आरोप आनेवाले समय में उन पुलिस अधिकारियों/राजदुलारियों पर काल बनकर आयेगा, ये शत प्रतिशत सत्य है। जिन पुलिस अधिकारियों/राजदुलारियों को लग रहा है कि हमेशा हेमन्त सोरेन की ही सरकार रहेगी, तो वे मुगालते में हैं, वे टूल्स न बनें नहीं तो टूल्स की क्या गत होती हैं, वे पता लगा लें कि जो इसके पहले टूल्स की तरह काम करते थे, उनका अभी क्या हाल है?

कुल मिलाकर आज के भाजपा द्वारा आयोजित मानव शृंखला का राज्य व समाज पर गहरा असर पड़ा हैं, लोग भाजपा की ओर मुखातिब हो रहे हैं, लेकिन हेमन्त सोरेन सोनिया गांधी की ओर मुखातिब है, सच्चाई यह है कि सोनिया गांधी आनेवाले समय में भी मुकी ही खायेंगी, हार का ही स्वाद चखेंगी, क्योंकि आम जनता की नजरों में उनकी जो राजनीतिक पहचान हैं।

वो धूमिल ही होती जा रही हैं, क्योंकि उनके राजनीतिक सलाहकार जो उन्हें सलाह दे रहे हैं, वो आम जनता के बीच में उनकी दयनीय स्थिति ही बना रहे हैं, आखिर ये बाते हेमन्त सोरेन को समझ में आये तब न। वो कहा जाता है न कि जब बिगड़ने के समय आते हैं तो अच्छी बात किसी को समझ नहीं आती, फिलहाल यहीं हाल राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का है।