अपनी बात

जामताड़ा में पिछले दिनों घटित घटना और उसके बाद के पूरे प्रकरण ने भाजपा के सगंठन महापर्व की उड़ाई धज्जियां, कट्टर भाजपाइयों ने बाबूलाल मरांडी को पत्र लिखकर भाजपा की सारी पोल-पट्टी खोलकर रख दी

मुकेश कुमार यादव, पूर्व नगर अध्यक्ष, मिहिजाम, श्याम कुमार सिंह, महामंत्री, मिहिजाम नगर, श्यामल मंडल, पूर्व मंडल अध्यक्ष, गोराईनाला, सीमंत महतो, महामंत्री गोराईनाला मंडल, अबोध पंडित, पूर्व मंडल अध्यक्ष, अचाहरि पंडित, महामंत्री गोराईनाला, कार्तिक भंडारी, मंडल अध्यक्ष, बासुदेव गोराई, पूर्व मंडल अध्यक्ष, शुकदेव महतो, संयोजक, नरेश महतो उप सचिव आदि ने मिलकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को एक पत्र लिखा है।

पत्र में सभी ने जामताड़ा के भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित शरण के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये हैं। जिसका वर्णन इन सभी ने क्रमानुसार 13 सूचियों में दिया हैं। इन सभी का कहना है कि सुमित शरण संगठन महापर्व को पार्टी द्वारा निर्देशित अभियान के तहत नहीं, बल्कि मनमाने ढंग से चलाना चाहते हैं। जब इनकी मनमानी पर आपत्ति की जाती है तो ये पार्टी द्वारा चलाई जानेवाली विभिन्न योजनाओं को इनके द्वारा बंद कर दी जाती है। इन सभी ने क्रमानुसार सुमित शरण की मनमानी और इसके द्वारा की जा रही अनियमितताओं को इस प्रकार सूचीबद्ध करते हुए बताया है। जिससे भाजपा की मिट्टी पलीद हो रही हैं। इन सभी का कहना है कि…

  1. सुमित शरण का पूरा खानदान जन्मजात कांग्रेसी है। लिहाजा कांग्रेस विधायक सह मंत्री इरफान अंसारी से इसका गहरा तालमेल है और कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के इशारे पर यह भाजपा का पूरा संगठन बर्बाद कर देना चाहता है।
  2. इसी नीयत से इसके द्वारा संगठन महापर्व 2024 के तहत होनेवाली सदस्यता अभियान को मनमानी तरीके से चलाकर अभियान को पूर्ण रुपेण असफल कर देना चाहता है।
  3. इसका प्लान है कि पूरे जिला में सिर्फ इसके चहेते लोग को सक्रिय सदस्य बना दिया जाये। इसके लिये यह सुनियोजित तरीके से सक्रिय सदस्य का रसीद गुप्त रुप से रखा है, यह सिर्फ उसी को देता है, जो इसका अपना खास है।
  4. इसका प्लान है कि गुप्त रुप से बूथ अध्यक्ष, शक्ति केन्द्र के संयोजक एवं सह संयोजक को कांग्रेस एवं जेएमएम मानसिकता वाले लोगों को बना दें ताकि मंडल अध्यक्ष अपने अनुकूल बनाने में आसानी हो और वो फिर से जिलाध्यक्ष बन जाये।
  5. दिनांक चार फरवरी को पूर्व विधायक सह जामताड़ा जिला चुनाव पर्यवेक्षक भानु प्रताप शाही एवं जिला निर्वाची पदाधिकारी बबन गुप्ता ने बैठक लेकर सभी सामान्य सदस्य एवं सक्रिय सदस्य का रसीद उपलब्ध कराने एवं मंडल स्तर पर सेमिनार करने का आदेश देने के बाद इसका भंडाफोड़ हो गया और इसकी मनमानी नहीं चल सकी। तब इसने अपने चहेतों को मंडल स्तर पर चुनाव पदाधिकारी बना दिया तथा उसको अपने आवास में बुलाकर पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरेन्द्र मंडल एवं बाटुल झा पर मिथ्या आरोप लगाकर पार्टी के कार्यक्रम को रोक दिया गया ताकि चुनाव पारदर्शी न हो सकें।
  6. इसके द्वारा कुण्डहित मंडल चुनाव अधिकारी हरिमोहन मिश्रा का फर्जी हस्ताक्षर करा दिया गया, जबकि हरिमोहन मिश्रा बैठक में नहीं था।
  7. जिलाध्यक्ष सुमित शरण ने लोकसभा चुनाव में पार्टी का मोटी रकम का घपला किया है और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी से मोटी रकम लिया है। इस आशय का इरफान अंसारी एवं इनके परिजनों से चुनाव के समय बात करते वीडियो फूटेज भी है। जरुरत पड़ने पर उपलब्ध करा दिया जायेगा।
  8. माधवचंद्र महतो पार्टी का सबसे बड़ा घोटालेबाज है। इन्होंने पार्टी द्वारा चुनाव में दिये गये राशि को आधी रकम से ज्यादा बचाकर घर में रख लिया। अगर राशि खर्च कर देती तो चुनाव जीत जाते। साथ ही भाजपा के किसी कार्यकर्ता को तहसील इसके द्वारा नहीं दिया गया और आज भी नहीं दे रहे हैं। महतो सभी मंडलों में सिर्फ अपने व्यक्तिगत लोगों को ही पार्टी में रखना चाहते हैं। जिसके कारण संमर्पित कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है।
  9. सुरेश राय ने विधानसभा चुनाव 2014 एवं 2019 में पार्टी विरोधी कार्य किये हैं, जिसके चलते पार्टी द्वारा निष्कासित भी किया गया। वर्तमान चुनाव में भी रहे भाजपा के साथ लेकिन अंदर से कांग्रेस का काम किये हैं।
  10. दुबराज मंडल द्वारा भी विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी कार्य किया गया है। जिसका ज्वलंत प्रमाण है। इनके द्वारा चुनाव के समय पार्टी के विरोध में पुतला दहन करना।
  11. विनोद मंडल, विष्णु मंडल, मनोज गोस्वामी, कृष्णा महतो द्वारा भाजपा के बूथ कमेटी को जेएमएम एवं कांग्रेस के पास बेचा गया है।
  12. अभय सिंह द्वारा पार्टी के चुनावी पैसा का गबन किया गया है।
  13. ये सभी पार्टी विरोधी कार्यों में संलिप्त हैं और संगठन महापर्व को सभी मिलकर सुनियोजित प्लान के तहत पारदर्शी रूप से नहीं चलने देना चाहते।

बाबूलाल मरांडी को लिखे पत्र में इन सभी ने पार्टी विरोधी कार्य में लिप्त इन सारे लोगों पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए पार्टी के कार्यकर्ताओं के सम्मान की रक्षा की भी बात की है। इन सारे जामताड़ा के कार्यकर्ताओं ने इसकी प्रति भाजपा के महातेजस्वी कर्णधार संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह व एकमात्र सर्वाधिक बुद्धिशाली प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा, तीव्रगतिधारी प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू तथा क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेन्द्र त्रिपाठी, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, संथाल परगना प्रभारी बाल मुकुन्द सहाय को भी भेजी हैं।

राजनीतिक पंडित बताते है कि यह पत्र उस पत्र के जवाब में भेजा गया है। जो एकमात्र सर्वाधिक बुद्धिशाली प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने पूर्व मडंल अध्यक्ष, गोराईनाला को कारण बताओ नोटिस जारी  किये थे। प्रदीप के इस पत्र का इन भाजपाइयों ने एक तरह से धज्जियां उड़ा दी हैं और एक तरह से कह दिया कि पत्र लिखना केवल प्रदीप वर्मा को ही नहीं आता, बल्कि अब सामान्य भाजपा कार्यकर्ता को भी आनेलगा है।

राजनीतिक पंडित यह भी कहते है कि जामताड़ा की ये घटना भाजपा में चल रहे संगठन महापर्व की पोल खोलकर रख दी है। मतलब साफ है कि आनेवाले लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव में भाजपा का रोनेवाला भी कोई नहीं होगा। अगर संयोग से प्रदेश में पंचायत या नगर निगम के चुनाव पार्टी स्तर पर हो गये तो पार्टी का छीछालेदर होना तय है। राज्यसभा से तो दोनों सीटें भाजपा के हाथों से गई।