साहिबगंज में गिट्टी लदे ट्रक स्टीमर गंगा में डूबने का मुद्दा सदन में गरमाया, बाबू लाल मरांडी ने अपने दोनों पत्रों को सदन में लहराया, CBI जांच की मांग, सत्तापक्ष के विधायकों ने भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया, विधानसभा स्थगित
साहिबगंज के पास गिट्टी लदे ट्रक स्टीमर समेत गंगा में डूबने की घटना को लेकर बजट सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को सदन गरमाया गया। स्पीकर के आसन ग्रहण करते ही भाजपा के विरंची नारायण और अनंत ओझा ने साहिबगंज-मनिहारी घाट के बीच स्टीमर दुर्घटना का मुद्दा उठाते हुए सरकार से जवाब मांगा। इस पर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि मामले से संबंधित जानकारी प्राप्त करने की दिशा में प्रयास जारी है। दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाएगी।
श्री आलम के जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायक वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। इस बीच सरकार विरोधी नारे लगाए गए। भाजपा विधायकों के सवालों का समर्थन करते हुए कांग्रेस के विधायक प्रदीप यादव और झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने भी इस मुद्दे पर सरकार को संज्ञान लेने और त्वरित कार्रवाई करने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इससे संबंधित प्रेषित पत्रों की प्रतिलिपि को लहराते हुए उक्त घटना की सीबीआई जांच की मांग की। इस बीच सदन में शोर-शराबा होता रहा। सरकार विरोधी नारे सदन में गूंजते रहे।
हंगामा कर रहे भाजपा विधायकों को स्पीकर अपने स्थान पर बैठने का लगातार अनुरोध करते रहे, लेकिन उनके अनुरोध का कोई असर नहीं हुआ। अंततः स्पीकर ने 11:25 पर सभा की कार्यवाही अपराह्न 12:00 बजे तक के लिए स्थागित कर दी।