राष्ट्रगान के सम्मान में अधिकारियों द्वारा नहीं खड़ा होने का मामलाः भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने स्पीकर रबीन्द्रनाथ को लिखा पत्र
भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने झारखण्ड विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने 27 फरवरी को पंचम विधानसभा के एकादश बजट सत्र में नियत राज्यपाल के अभिभाषण के पूर्व राष्ट्रीय धुन-राष्ट्र गान के समय पदाधिकारी दीर्घा में उपस्थित कतिपय अधिकारियों के बैठे रहने की खुलकर चर्चा की है।
बिरंची नारायण ने अपने पत्र में लिखा है कि जब राज्यपाल का आगमन सभा वेश्म में हुआ और परम्परानुसार राष्ट्रीय धुन-राष्ट्रगान बजाया गया तो सभी अपने राष्ट्रीय धुन-राष्ट्र गान के सम्मान में खड़े रहे, लेकिन इसी समय देखा गया कि पदाधिकारी दीर्घा में उपस्थित कुछ कतिपय अधिकारी अपने सीट पर बैठे हुए हैं। उन्होंने स्पीकर को याद दिलाया कि जैसे ही राष्ट्रधुन-राष्ट्रगान समाप्त हुआ तो उन्होंने सदन में आपको (रबीन्द्र नाथ महतो, विधानसभाध्यक्ष) को अवगत कराया था।
बिरंची नारायण ने इस बात का जिक्र किया है कि राष्ट्रीय धुन-राष्ट्र गान हमें हमारी देशभक्ति का बोध कराता है और हजारों-लाखों शहीदों बलिदानियों के संघर्ष गाथा को प्रदर्शित करता है, जिसके लिए परम्परानुसार जहां भी राष्ट्रगान गाया जाता है, वहां प्रत्येक नागरिक इसके सम्मान में खड़ा होता है।
लेकिन कल झारखण्ड विधानसभा में पदाधिकारी दीर्घा में इस प्रकार की घटना से वे काफी आहत हैं और मांग करते है कि कल यानी 27 फरवरी के पदाधिकारी दीर्घा के सीसीटीवी और वीडियो रिकार्डिंग के माध्यम से वैसे पदाधिकारियों को चिह्नित करते हुए जो कल राष्ट्रधुन-राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े नहीं हुए पर समुचित कार्रवाई करने की कृपा की जाय। बिरंची नारायण ने पत्र में यह भी लिखा कि कुछ अधिकारियों को देखा गया कि वे राष्ट्रधुन के सम्मान में खड़े भी हुए थे।