पलामू के महफूज अहमद की नावाबाजार थाने में पिटाई का मामला, नेता प्रतिपक्ष ने सदन में उठाया, मंत्री सुदिव्य सोनू ने सदन को आश्वस्त किया कि 48 घंटे के अंदर पूरे मामले की जांच करा ली जायेगी, बेहतर इलाज भी होगा
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज सदन में सूचना के माध्यम से कहा कि आज सुबह उनके आवास पर कुछ लोग आये थे। ये लोग पलामू से आये थे। कल शायद किसी विधायक ने इस मामले को सदन में उठाया भी था। लेकिन ये लोग अपना दर्द लेकर हमारे पास भी पहुंचे थे। कल मंत्री का जवाब भी सुन रहे थे, इस मुद्दे पर जवाब नहीं था। लेकिन वे बता रहे थे कि कैसे थाने में लोगों को ठंडे जल पिलाया जाता है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पिछले एक मार्च की घटना है। महफूज अहमद को नावाबाजार थाने ले जाया जाता है। पांच मार्च तक उन्हें थाने में रखकर उसकी जमकर पिटाई की जाती है और छह मार्च को जेल भेज दिया जाता है। जब जेल में उसका स्वास्थ्य बिगड़ जाता है। तो वहां से छह मार्च को टेलीफोन आता है और उन्हें रांची के रिम्स में रेफर कर दिया जाता है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सबसे पहले आसन सरकार को निर्देश दें कि सबसे पहले तो उस व्यक्ति की बेहतर इलाज हो और दूसरा जिन पुलिस अधिकारियों ने महफूज की बर्बरतापूर्वक पिटाई की, टार्चर किया, जैसा कि पुलिस की बर्बरता का दृश्य फोटो में साफ दिख भी रहा है। ऐसे पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
संसदीय कार्य मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने सदन को आश्वस्त किया कि इस मुद्दे को कल सदन में राजेश कच्छप ने भी उठाया था और आसन के द्वारा निर्देशित हुआ था। सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही हैं। आसन के आदेश का अनुपालन किया जा चुका है। पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा जा चुका है। उम्मीद करते हैं कि 48 घंटे के अंदर इस पूरे मामले की जांच करा ली जायेगी और जहां तक उस व्यक्ति के इलाज की बात हैं, उसकी इलाज भी बेहतर होगी।