भाजपा के प्यार में आकंठ डूबे रांची प्रेस क्लब के अधिकारियों ने प्रेस क्लब के कैंटीन में भाजपा सदस्यता अभियान कार्यक्रम आयोजित करवा दी, वो भी उस दिन, जिस दिन प्रेस क्लब की वार्षिक आम सभा थी
यह रांची प्रेस क्लब है, यह कुछ भी कर सकता है, अगर अपने कैंटीन को भाजपा सदस्यता अभियान का शक्ति केन्द्र बना दिया तो क्या हुआ? ऐसे ही पत्रकारों को गोदी मीडिया थोड़े न कहा जाता है, गोदी मीडिया कहनेवाले लोग इसी प्रकार की हरकतों पर तो मीडिया को आड़े हाथों लेता है, और गोदी मीडिया का मुहर लगा देता है।
ऐसे भी भाजपा के बड़े नेता हो या छोटे नेता वे जानते हैं कि पत्रकारों को कैसे अपने जाल में फंसाया जाता हैं? साथ ही जाल में फंसाकर इनके संसाधनों से कैसे अपने हित में काम लिया जाता है। जैसा कि आज रांची प्रेस क्लब के कैंटीन में दिखा और ये मामला आज रांची के प्रेस क्लब में पत्रकारों के लिए आयोजित एजीएम की मीटिंग के दौरान दिखा।
ज्ञातव्य है कि आज ही रांची प्रेस क्लब का वार्षिक आम सभा भी था। जिसमें रांची प्रेस क्लब से जुड़े सदस्यों का जुटान था। जब वार्षिक आम सभा में आये कुछ सदस्यों की इस पर नजर पड़ी तो कई ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। आपत्ति जतानेवालों का कहना था कि अगर किसी राजनीतिक दल को अपना कार्यक्रम ही करना था, तो उसके लिए रांची प्रेस क्लब के कमरे मौजूद हैं ही। आराम से उसके शुल्क चुकाएं और उसका फायदा लें। ये कैंटीन में इस प्रकार के कार्यक्रम करना आखिर क्या बता रहा है?
कुछ पत्रकारों ने विद्रोही24 को बताया कि रांची प्रेस क्लब के कैंटीन का दुरुपयोग ये कोई पहली बार नहीं हुआ हैं। कई बार हुआ है। एक बार तो इसका दुरुपयोग करने को लेकर रांची प्रेस क्लब के एक अधिकारी ने पेनाल्टी की रशीद भी काट कर कैंटीन संचालक को थमाई थी। जिसका भुगतान आज तक कैंटीन संचालक ने नहीं किया। बताया जाता है कि उक्त कैंटीन संचालक का मन इसलिए बढ़ा हुआ है कि रांची प्रेस क्लब के ही दो शीर्षस्थ अधिकारियों का उसे वरदहस्त प्राप्त है।
एक सदस्य ने क्लब फॉर इन्फॉरमेशन में इस बात का जिक्र किया है कि इस प्रकार की हरकतों पर कोई कदम उठानेवाला है या नहीं? और अगर नहीं हैं तो फिर सदस्य अपने क्लब की बेहतरी के लिए अलग से कदम उठाएगा। इधर भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं ने भी इस प्रकार की हरकतों पर कोई बयान नहीं जारी किया है।
प्रदेश भाजपा को भी बताना चाहिए कि क्या उसका सदस्यता अभियान रांची प्रेस क्लब के कैंटीन में चलाने के लिए था या अन्य स्थानों पर चलाने के लिए? इधर रांची प्रेस क्लब कैंटीन में आज भाजपा की ओर से आयोजित सदस्यता अभियान को लेकर कई पत्रकारों में आक्रोश हैं और रांची प्रेस क्लब के अधिकारियों से अपनी हरकतें सुधारने की अपील कर दी हैं।
इस मामले पर राजनीतिक पंडितों का कहना हैं कि रांची प्रेस क्लब के कैंटीन में भाजपा के सदस्यता अभियान का कार्यक्रम यह बताने के लिए काफी है कि आज भी पत्रकारों की पहली पसन्द भाजपा है और वे भाजपा तथा उनके नेताओं के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। ऐसे में रांची प्रेस क्लब का कैंटीन भाजपा सदस्यता अभियान का शक्ति केन्द्र अगर बन गया तो इस पर इतना भौकाल करने की जरुरत नहीं। हां, सोचना, अन्य दलों को हैं कि वे इस पर क्या सोचते हैं, क्या उनके दलों के लिए भी यहीं प्यार रांची प्रेस क्लब के अधिकारी लूटायेंगे। देखना बाकी है।