राजनीति

बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो और धनबाद जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह के बयानों से जनता भ्रम की स्थिति में, ढुलू ने की नये एसएसपी की तारीफ तो चंद्रशेखर ने बीसीसीएल प्रबंधन को लताड़ा

धनबाद के लोग भाजपा के नेताओं के बयान से आजकल भ्रम की स्थिति में हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि ये भाजपा के नेताओं के बयान हैं या विरोधी दलों के नेताओं के प्रमुख के बयान या कुछ और। आजकल देखने में आ रहा है कि ये परिस्थितियों को भांप कर अपना बयान दे देते हैं। जरा देखिये बाघमारा के विधायक ढुलू महतो और धनबाद के भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह के बयान को। एक धनबाद के वर्तमान एसएसपी की प्रशंसा कर हेमन्त सरकार द्वारा लिये गये निर्णय की प्रशंसा करते नहीं थक रहे तो दूसरी ओर चंद्रशेखर सिंह बीसीसीएल प्रबंधन के उपर अंगूली उठाकर अपनी ही केन्द्र सरकार के खिलाफ बयान देने से नहीं हिचकिचा रहे।

कल बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो जिन पर खुद ही कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। धनबाद में प्रेस कांफ्रेस कर धनबाद के वर्तमान एसएसपी की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि इनके आने के बाद पूरे धनबाद में कोयला चोरी रुक गई है। तीन साल पहले वाला स्थिति आ गया है। अपराध रुक गये हैं। चोरी-डकैती पर अंकुश लग चुका है।

उनके शब्दों में जैसे लग रहा था कि रामराज्य आ गया। जबकि पूर्व के एसएसपी के खिलाफ उन्होंने खुब आग उगला, उन्हें चोरों का सरदार, 100 लोगों को मर्डर करनेवाला और पता नहीं क्या-क्या जहर उगल दिया। जो वायरल भी है। लेकिन नये एसएसपी के लिए उनके मुख से शहद ही टपके, जिससे उनके संवाददाता सम्मेलन में मौजूद संवाददाता भी हैरान रह गये कि आखिर ये हो क्या रहा हैं।

दूसरी ओर भाजपा के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने अपने ही केन्द्र सरकार के खिलाफ आग उगला और केन्द्र सरकार की उपक्रम में कार्यरत बीसीसीएल प्रबंधन के उपर आरोप लगाया कि उनकी मिलीभगत से भूली क्षेत्रीय अस्पताल में लगे पेड़ों को काटकर समतल कर दिया गया। साथ ही यहां दूसरे जगहों से लाकर लोगों को बसाने का काम भी किया जा रहा है, जिसका उनलोगों ने विरोध भी किया था। इनके इस संवाददाता सम्मलेन से भाजपाई भी हैरान है।

उनका कहना है कि सांसद-विधायक उनके, केन्द्र में सरकार उनकी, बीसीसीएल के अधिकारियों पर उनकी सरकार का हाथ, ऐसे में उन्हें अपने ही सरकार के खिलाफ संवाददाता सम्मेलन की जरुरत क्यों पड़ गई। इसका मतलब है कि इस पार्टी में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा और चूंकि अब लोकसभा और विधानसभा के चुनाव आनेवाले समय में होने हैं तो ये लोग अभी से ही पाला बदलने की तैयारी में तो नहीं लग गये।