तमिलनाडु के कोयम्बटूर स्थित आदियोगी शिव की प्रतिमा को रांची के रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति की मुनचुन राय और उनकी टीम ने साकार कर दिखाया, भारी भीड़ इस अद्भुत कलाकृति को देखने रात-दिन आती रही
तमिलनाडु के कोयम्बटूर में वर्ष 2017 में सद्गुरु जग्गी वासुदेव द्वारा स्थापित आदियोगी शिव की प्रतिमा को रांची में पंडाल के रूप में जीवंत साकार कर दिखाया, रांची के रेलवे स्टेशन दूर्गा पूजा समिति के संरक्षक-संस्थापक मुनचुन राय और उनकी टीम ने। सद्गुरू जग्गी वासुदेव का विचार था कि शिव की उनके द्वारा स्थापित प्रतिमा लोगों मे योग के प्रति एक नये सोच को विकसित करेगी। इसी कारण उन्होंने इस प्रतिमा का नाम आदियोगी रखा। ठीक उसी प्रकार शिवभक्त माने जानेवाले मुनचुन राय और उनकी टीम ने शिव के प्रति अपनी आस्था को यहां इसके माध्यम से बेहतरीन ढंग से रांचीवासियों के समक्ष प्रस्तुत किया। जिसमें वे सभी सफल भी रहें।
विद्रोही24 इस बात को स्वीकार करता है कि शायद ही कोई रांचीवासी होंगे, जो यहां नहीं पहुंचे होंगे, क्योंकि यहां जबसे बिल्वाभिमंत्रण संपन्न हुआ। तभी से यहां इस अद्भुत प्रस्तुतीकरण को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग आने शुरु हुए। थ्री डी लाइट शो द्वारा प्रस्तुत इस अद्भुत प्रस्तुतीकरण को हर कोई अपने मोबाइल के माध्यम से अपने यादों में कैद कर लेना चाह रहा था। स्थिति ऐसी थी कि यहां भीड़ छटने का नाम ही नहीं ले रही थी।
ऐसे भी रांची स्टेशन दुर्गा पूजा समिति हरदम अपनी अलग प्रकार की प्रस्तुतीकरण के लिये जानी जाती है। यहां दुर्गापूजा के पहले से लेकर बाद तक यहां लोगों को आना-जाना और देखना लगा रहता है। आश्चर्य यह भी है कि अगर आप ये सोचते हैं कि सप्तमी, अष्टमी और नवमी के दिन भारी भीड़ होती हैं, इसलिए इसके पहले या बाद में जाकर देखेंगे तो आप यहां गलत हैं। इस स्थान पर जब भी जायेंगे तो आपको भीड़ हमेशा मिलेगी। इसलिए कोशिश करें कि आप अपनी सुविधा से जब मन करें तभी जाये।
यहां की अच्छी विशेषता यह है कि आप जब भी जायेंगे तो आपको दिक्कत नहीं होगी। यहां व्यवस्था में लगे लोग, आपको बिना दर्शन कराये, नहीं जाने देंगे। इस बार मुनचुन राय और उनकी टीम ने आदियोगी शिव का जिस प्रकार से प्रस्तुतीकरण किया तथा थ्री डी लाइट शो से उसे दिखाने की कोशिश की, वो मन को हर लेनेवाला था। तभी सभी इस दृश्य को देखनेवाले वाह-वाह, अद्भुत कहे बिना नहीं रुक रहे थे।
साथ ही अपने मित्रों व सगे-संबंधियों से ये कहना नहीं भूले कि रांची के रेलवे स्टेशन पर स्थित दुर्गा पूजा समिति के पंडाल में बने आदयोगी शिव की प्रस्तुतीकरण देखना नहीं भूलें। मतलब, जो कभी कोयम्बटूर कभी नहीं जा पायेंगे, उनके लिए कुछ पल के लिए मुनचुन राय और उनकी टीम ने कोयम्बटूर के इस प्रमुख स्थान को रांचीवासियों के समक्ष बड़े ही शानदार ढंग से प्रस्तुत कर दिया। जो प्रशंसनीय व अविस्मरणीय रहा।