पलामू में आचार संहिता की धज्जियां उड़ा पारा टीचर कर रहा BJP प्रत्याशी बीडी राम का चुनाव प्रचार
पलामू लगता है कि आदर्श आचार संहिता का रिकार्ड तोड़ेगा, ऐसे तो झारखण्ड में आदर्श आचार संहिता की खूलेआम धज्जियां उड़ रही हैं, अगर आप भाजपा की ओर से हैं, तो आपको इस आचार संहिता की खूलेआम धज्जियां उड़ाने की छूट हैं, आपको हैरान या परेशान होने की भी जरुरत नहीं, लेकिन अगर आप भाजपा का समर्थन नहीं कर रहे या भाजपा के नहीं हैं, तो आपकी परेशानी बढ़ सकती हैं, इसका भी ध्यान रखें।
जरा देखिये पलामू में क्या हो रहा है, पलामू में एक पारा टीचर है, नाम है –दामोदर चौधरी, जो उत्क्रमित मध्य विद्यालय, मल्लाह टोली, नावाबाजार में पदस्थापित है। उसने खूलेआम नावाबाजार में भाजपा द्वारा आयोजित नुक्कड़ सभा को संबोधित किया, तथा भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगे, उसने साफ कहा कि भाजपा ही देश को एक नई दिशा दे सकती है।
सूत्र बताते है कि यह घटना कल साढ़े तीन–चार बजे की है। कमाल की बात है कि स्थानीय लोग इस घटना का विजुयल के साथ स्थानीय प्रशासन के समक्ष आपत्ति भी दर्ज करा चुके हैं, पर इस पारा टीचर के खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है, जबकि यह सीधा आचार संहिता के उल्लंघन का मामला है।
इधर झारखण्ड राज्य अनुबंध कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष एवं पारा टीचर संघ के संरक्षक विक्रांत ज्योति ने विद्रोही24.कॉम से बातचीत में कहा कि यह घटना ही अपने आप में दुखद है, क्योंकि भाजपा सरकार के शासनकाल में पारा टीचरों में इतने जुर्म हुए है कि उसकी जितनी भी निन्दा की जाय कम है, ऐसे हालत में अपने ही पारा टीचर भाजपा के प्रचार–प्रसार में अपना समय गवां दें, ऐसे पारा टीचर अपने ही शोकाकुल पारा टीचर परिवारों के लिए एक दाग है, इससे ज्यादा वे क्या कहें, उन्हें खुद इस घटना की जानकारी हुई हैं, और वे इस मामले पर बहुत दुखी है।
उनका कहना था ऐसे भी जो भी व्यक्ति सरकार के मानदेय पर काम करते हैं, उन्हें किसी भी राजनीतिक दल का प्रचार–प्रसार करने का अधिकार ही नहीं हैं, ऐसे में वे किस आधार पर भाजपा द्वारा आयोजित नुक्कड़ सभा को संबोधित किया, ये उनके समझ से परे हैं, उन्होंने कहा कि अगर स्थानीय प्रशासन उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जैसे आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज करती है, तो ऐसे में पारा टीचर संघ उनकी कोई मदद नहीं कर पायेगा।