पूरे देश का चिड़ीमार, विधायक और सांसद चोर यहां घूम रहे हैं, ये बेईमान एक आदिवासी मुख्यमंत्री के पीछे पांच साल से पड़े हैं, लेकिन बाल बांका भी नहीं कर सकें, ऐसे लोगों को बोरा में बंद कर गुजरात में फेंक देना हैः हेमन्त
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गुरुवार को दुमका, सारठ और मधुपुर विधानसभा क्षेत्रों में विशाल चुनावी रैली को संबोधित कर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरे देश का चिड़ीमार, विधायक और सांसद की चोरी करने वाले चोर झारखण्ड में घूम रहे हैं। इनके कई राज्यों का मुख्यमंत्री, ख़ुद प्रधानमंत्री और गृह मंत्री यहां डेरा डाले हुए है। पिछले पांच साल से ये लोग एक आदिवासी मुख्यमंत्री के पीछे पड़े हुए हैं, लेकिन बाल भी बांका नहीं कर सकें हैं। ये लोग बौखला गये हैं। राजनीतिक लड़ाई से जब नहीं सके तो संवैधानिक संस्थानों को मेरे पीछे लगा दिया।
हेमन्त सोरेन ने कहा ये बेईमान लोग कभी राज्य की जनता के सुख दुःख में शामिल नहीं हुए। इन्हें युवा, महिला, किसान, आदिवासी, दलित और गरीबों से कोई मतलब नहीं है। 20 वर्ष में भाजपा और एनडीए ने कितने लोगों के सिर पर पड़े आर्थिक बोझ को कम किया, इनलोगों से पूछिए। ऐसे लोगों को बोरा में बंद कर गुजरात में फेंक देना है।
इनके राज्य में आदिवासी महिलाओं का चीर हरण हो रहा है और ये मौन तमाशा देख रहें हैं। हेमन्त सोरेन ने कहा इनके सत्ता में रहते किसान आत्महत्या कर रहे थे। लोग भूखे मर रहे थे। लेकिन महागठबंधन की सरकार में किसानों का दो लाख तक का ऋण माफ हुआ, लोगों का बकाया बिजली बिल माफ हुआ, सभी वृद्धों को पेंशन दिया गया। महा गठबंधन की सरकार ने ग़रीब गुरबा को उनके पैरों पर खड़ा करने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इनके राज्य के कर्मियों को पेंशन नहीं मिलता है, लेकिन झारखण्ड में हमने अपने कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू की, राज्य के वकीलों को पेंशन रूपी सम्मान दिया है। महिलाओं को सम्मान राशि मिल रहा है। अब सम्मान राशि 1000 हज़ार से बढ़कर 2500 हजार रुपये दिसंबर से कर दिया गया है। आने वाले समय में हर परिवार तक पांच लाख रुपये भेजने का कार्य होगा।
उधर मधुपुर विधानसभा में हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखण्ड में सामाजिक समरसता और सौहार्दपूर्ण वातावरण भाजपा को बर्दाश्त नहीं हो रहा। ये सौहार्दपूर्ण वातावरण भाजपा के गले की हड्डी बन गया है। इसलिए भाजपा झारखण्ड में सिर्फ और सिर्फ जहर घोलने की बात करता है, विकास की बात कभी नहीं करता, इसलिए ऐसे झारखण्ड विरोधियों को यहां से उखाड़ फेंकना है। उन्होंने कहा कि ये लोग सीएनटी-एसपीटी को खत्म करने की कोशिश करते हैं। हमारे ही आदिवासियों-मूलवासियों को घुसपैठियां बोलते हैं। इनका काम सिर्फ समाज में नफरत फैलाना है। ये लोग सत्ता के लोभ में पागल हो गये हैं। इसलिए इन लोभियों को झारखण्ड से भगाने का काम करना है।