राजनीति

भाजपा के ये राजनीतिक गिद्ध अब संताल परगना और बिहार को मिलाकर अलग राज्य बनाना चाहते हैं, ऐसे लोगों को बोरे में बंद कर गुजरात के समंदर में फेंकने की जरूरत हैः हेमन्त सोरेन

आज आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जामताड़ा और दुमका जिले के लोगों से मिले और उनके दुख-दर्द को नजदीक से जानने की कोशिश की। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विगत साढ़े चार वर्ष में उनकी सरकार ने आमजन के लिए जो कार्य किया है, वह कार्य विपक्ष ने 20 वर्षों में भी नहीं किया और आने वाले 50 वर्षों में भी विपक्ष यह कार्य नहीं कर सकेगा।

उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा उन्हें परेशान करता रहा है और साजिश के तहत उन्हें जेल में भी डाल दिया। लेकिन जनता के आशीर्वाद से वे पुनः उनके बीच पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जनहित में कोई भी कार्य करें तो भाजपा के लोग संस्थाओं को लगा कर उसमें रोड़ा अटकाने लगते हैं। हम हक-अधिकार मांगने लगे तो हमें जेल में डाल दिया। ये लोग झारखण्ड के कोयला का एक लाख 36 हजार करोड़ रुपया बकाया नहीं दे रहें हैं। अगर इस राशि का ब्याज भी मिल जाता तो राज्य के विकास की रफ्तार कहीं अधिक तेज होती।

उन्होंने कहा कि पूर्व की डबल इंजन भाजपा सरकार के कार्यकाल में 11 लाख लोगों का राशन कार्ड डिलीट कर दिया गया था। उस समय सामान्य जीवन में लोग राशन कार्ड हाथ में लेकर भात-भात कह कर मरे थे। जब उनकी सरकार सत्ता में आयी तो 20 लाख हरा राशन कार्ड बनाकर गरीबों के बीच बांटने का कार्य किया। विपक्ष के लोग उन्हें राज्यवासियों के लिए सरकारी दुकान से राशन खरीदने नहीं देते। खुले बाजार से राज्य सरकार अनाज खरीद कर राशन वितरण करती है।

इस राज्य के गरीब लोगों को आवास देने के लिए वे तीन वर्षों तक भारत सरकार से आग्रह करते रहे, लेकिन उन्होंने गरीबों को आवास नहीं दिया। अंततः हमने निर्णय लिया और राज्य के गरीब लोगों को आपकी सरकार अबुआ आवास दे रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने लाखों लोगों को अबुआ आवास से जोड़ने का काम किया है। आने वाले पांच वर्ष के अंदर सभी 20 लाख गरीबों को अबुआ आवास देने का लक्ष्य है।

हेमन्त सोरेन ने कहा कि अभी चुनाव आता देख केंद्र सरकार, झारखण्ड में एक-डेढ़ लाख आवास का झुनझुना दिखा रही है। यहां 20 लाख लोगों को आवास मिलना है लेकिन इसका जवाब भाजपा के पास नहीं है। यह व्यापारियों की जमात है। ये गरीबों को पैसा नहीं देंगे, बल्कि महंगाई बढ़ाकर आपकी जेब से पैसा काट कर अपना जेब भरने का काम करेंगे।

उन्होंने कहा कि विपक्ष के ये लोग हिंदू-मुस्लिम, जात-पात की राजनीति कर लोगों को आपस में उलझाने का काम करते हैं, ताकि सांप्रदायिक सौहार्द में तनाव फैले। इसलिए ध्यान रखिएगा दो-तीन माह बाद चुनाव होने जा रहा है। यह लोग पूरे देश में सांप्रदायिक तनाव फैला कर चुनाव लड़ने का प्रयास करते रहते हैं। लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार ने हिंदू-मुस्लिम की राजनीति की। नतीजा यह हुआ कि पूरे देश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को छः इंच छोटा कर दिया। इन्हें सरकार बनाने के लिए बैसाखी की जरूरत पड़ी।

उन्होंने  कहा कि  ये लोग नया-नया शगूफा छोड़ते हैं। पता चला है कि वन नेशन, वन इलेक्शन स्वीकृत हो गया। यह देश में चाहते हैं कि एक ही दल राज करें। एक ही सरकार हमेशा रहे। चाहे राज्य हो या देश। दूसरा कोई सरकार नहीं, सिर्फ और सिर्फ एक। सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले ये लोग, सामंती लोग राज करने के फिराक में हैं। आप लोग तैयार रहिएगा। भाजपा के ये राजनीतिक गिद्ध अब संताल परगना और बिहार को मिलाकर अलग राज्य बनाना चाहते हैं। ऐसे लोगों को बोरे में बंद कर गुजरात के समंदर में फेंकने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि एक तरफ पूंजीपतियों की जमात है और दूसरी तरफ गरीब। लोकसभा में जिस तरह इन्हें झारखण्ड में सीख मिली है ऐसी ही सीख विधानसभा में भी देने की जरूरत है। जहां लोग झगड़ा करते हैं वहीं इनकी राजनीतिक रोटी पकती है, जहां लोग शांति से रहते हैं वहां इनकी राजनीतिक रोटी नहीं पकती। इन्हें षड्यंत्र का मुंह तोड़ जवाब देना है। संताल परगना को झारखण्ड से अलग करना चाहती है भाजपा। इनका षड्यंत्र कभी पूरा नहीं होने देंगे।