धर्म

इस वर्ष दीपावली 12, भैया दूज और चित्रगुप्त पूजा 15 व महापर्व छठ 19 नवम्बर को

इस वर्ष अमावस्या दो दिन है। 12 नवम्बर और 13 नवम्बर दोनों दिन। लेकिन 13 नवम्बर को अमावस्या चूंकि दिन में 2 बजकर 41 मिनट पर ही समाप्त हो जा रही है, इसलिए इस बार दीपावली 12 नवम्बर को मनायी जायेगी क्योंकि सायंकाल में अमावस्या 12 नवम्बर को ही प्राप्त हो रही है। अतः दीपावली सर्वत्र 12 नवम्बर को ही मनायी जायेगी। इसके पूर्व धनतेरस 10 नवम्बर को और नरक चतुर्दशी 11 नवम्बर को मनायी जायेगी।

इसी प्रकार 15 नवम्बर को भैया दूज और चित्रगुप्त पूजा होगी। सूर्यषष्ठी व्रत यानी महापर्व छठ 17 नवम्बर से प्रारम्भ हो जायेगा अर्थात् महापर्व छठ का नहाय खा 17 नवम्बर को, खरना 18 नवम्बर को और महापर्व छठ का पहला अर्घ्य 19 नवम्बर को और दूसरा अर्घ्य 20 नवम्बर को होगा। गोपाष्टमी भी 20 नवम्बर को ही मनेगी, जबकि अक्षयनवमी का व्रत 21 नवम्बर को मनाया जायेगा।

अंत में प्रबोधिनी एकादशी और तुलसी विवाह 23 नवम्बर को संपन्न होगा। 25 नवम्बर को वैकुंठ चतुर्दशी तथा 26 नवम्बर को काशी में देव-दीपावली मनायी जायेगी। 27 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा व गुरुनानक जयंती है। चूंकि कार्तिक महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इसलिए हरिभक्तों के लिए यह महीना काफी महत्वपूर्ण होता है। 23 नवम्बर से सनातन धर्मावलम्बियों के लिए सारे शुभ कार्य प्रारम्भ हो जायेंगे।