विभिन्न सामाजिक संगठनों ने दिया रांची लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत को अपना समर्थन
विभिन्न सामाजिक–आंदोलनकारी संगठनों ने रांची प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने कभी भी जन-सरोकार से संबंधित कार्य को प्राथमिकता नहीं दी, ऐसे में जनसंगठनों का दायित्व बन जाता है कि वह ऐसे दलों, ऐसे प्रत्याशियों को अपना समर्थन करें, जो जन-सरोकार के मुद्दे पर उदासीनता न बरतें, तथा मौजूदा राजनीति परिस्थितियों में हो रही बदलाव को समझने का प्रयास करें।
जन-संगठनों से जुड़े नेताओं ने कहा कि आज देश व राज्य में उत्पन्न गंभीर हालात को देखते हुए आम आदमी खुद को असुरक्षित महसुस कर रहा है, प्रत्येक व्यक्ति खुद को डरा हुआ महसुस कर रहा है। ऐसे में हाशिये पर रह रहे लोगों की सुरक्षा की प्राथमिकता तो उठानी ही पड़ेंगी तथा ऐसे लोगों को हमें संसद में चुन कर भेजना होगा, जो इनके दायित्वों का निर्वहण कर सकें। ऐसे में सत्ता की राजनीति को बदलना समय की मांग है।
जनसंगठनों से जुड़े नेताओं ने इस मुद्दे पर विचार करते हुए, खुलकर भाजपा के नीतियों की आलोचना की तथा पूरे देश व राज्य में बढ़ रहे असुरक्षा के लिए भाजपा को जिम्मेवार ठहराया। साथ ही कांग्रेस के प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय को रांची में सहयोग करने की बात कह दी। जनसंगठनों के नेताओं का कहना था कि महागठबंधन के प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय पर वर्तमान हालात में विश्वास किया जा सकता है।
कल इन्हीं सभी मुद्दों के साथ-साथ झारखण्ड को बचाने, साझी संस्कृति, धर्मनिरपेक्षता, संविधान, और लोकतंत्र बचाने के लिए “गरिमा पदयात्रा” सायं चार बजे, जिला स्कूल से जयपाल सिंह स्टेडियम तक निकाला जायेगा। जिसमें भीम आर्मी, अवामी इंसाफ़ मंच, आदिवासी बुद्धिजीवी मंच, झारखंड आदिवासी संघर्ष मोर्चा, आदिवासी मूलवासी संघर्ष मोर्चा, रांची जिला पाल महासंघ, JISAWU, सिंहभूम आदिवासी हो समाज, केंद्रीय आदिवासी मोर्चा, झारखंड क्रिश्चन यूथ एसोसिएशन, आदिवासी युवा मोर्चा आदि जनसंगठन के लोग मौजूद रहेंगे।
आज की प्रेसवार्ता में प्रोफेसर करमा उरांव, प्रेमचंद मुर्मू, बशीर अहमद, अधिवक्ता मोख्तार अहमद, सुदामा खलखो, एल.एम.उरांव, दिनेश उरांव, अलोका कुजूर, सुषमा बिरुली, चंद्रदेव बलमुचू, अधिवक्ता महेंद्र पीटर तिग्गा, नदीम खान, वाल्टर कुलडुलना, क्लीमेंट टोप्पो, संदीप उरांव, विनोद कुमार, मोहन चंद्र चौधरी, ज़ेवियर कुजूर, मनोज ठाकुर, इफ्तेखार अहमद, मो बब्बर, जमील अख़्तर आदि उपस्थित थे।