राजनीति

हम आदिवासी जरुर हैं पर बोका नहीं, किसी को भी नेता जनता बनाती है, कोई नेता खुद बनकर नहीं आता, हमें डरा-धमका कर कोई झूका नहीं सकताः हेमन्त सोरेन

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सरकार ने आज चार साल पूरे कर ली। चार साल पूरे होने के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन रांची के प्रमुख अखबारों व विभिन्न मीडिया हाउसों के पत्रकारों/प्रतिनिधियों से आज अपने आवास पर मिले तथा अपने सरकार के चार साल की उपलब्धियों को पत्रकारों के समक्ष विस्तार से रखा। पत्रकारों ने भी अपने स्वभावानुसार प्रश्नों की बौछार कर, अपने मन-मस्तिष्क को ठंडा करने की कोशिश की।

ऐसे में हम आपको एक बात और बता दें कि केन्द्र में विपरीत विचारधाराओं वाली सरकार, विपक्ष द्वारा रचनात्मक विपक्ष की भूमिका न निभाना, दो साल तक कोरोना जैसी महामारी से जूझना, उसके बाद मुख्यमंत्री को विभिन्न आरोपों में फंसाने की तैयारी, सरकार को गिराने के लिए तरह-तरह के षडयंत्र, कभी चुनाव आयोग द्वारा मुख्यमंत्री के विधायकी के छिन जाने का अफवाह फैलाना, राज्यपाल द्वारा एटम बम की धमकी, विभिन्न केन्द्रीय जांच एजेंसियों का दबाव के बावजूद झारखण्ड में चार साल सरकार चला लेना कोई छोटी बात नहीं हैं।

पूर्व में देखा जाय तो केवल एक ही सरकार रघुवर दास की सरकार ने पांच साल पूरे किये, वो भी इसलिए कि केन्द्र में उनकी ही पार्टी की सरकार थी, लेकिन यहां तीन-तीन दलों के सहयोग से चल रही सरकार का चार साल का कार्यकाल पूरा कर लेना, वो भी विपरीत परिस्थितियों में एक बहुत बड़ी उपलब्धि हैं।

इसे उपलब्धि मैं इसलिए कह रहा हूं कि इस छोटे से कार्यकाल में राज्य सरकार ने कई ऐसी चीजें जनता को दी, जो किसी जिंदगी में कम से कम भाजपा की सरकार तो नहीं ही दे सकती थी। जैसे 1932 की डोमिसाइल, सरना धर्म कोड, ओल्ड पेंशन स्कीम, निजी कल-कारखानों में स्थानीयों के लिए 75 प्रतिशत आरक्षण, सर्वजन पेंशन योजना, झारखण्डी युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने की योजना, लड़कियों के लिए सावित्री बाई फूले योजना जैसी कई योजनाएं हैं, जो झारखण्ड के लिए मील की पत्थर साबित हुई है।

जिसको लेकर राज्य की जनता भी हेमन्त सरकार को सम्मान देती है। यहीं नहीं झारखण्ड आंदोलन से जुड़े आंदोलनकारियों को सम्मान और पेंशन देने की योजना भी हेमन्त की ही देन है। इसी बीच पत्रकारों के कई सवालों के जवाब भी मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने उसी अंदाज में दिये, जिस अंदाज में संवाददाताओं का समूह सवाल कर रहा था। कई पत्रकारों के सवाल जनता तथा जनसमस्याओं से कम विपक्षी दलों के नेताओं की तरह ज्यादा थे।

सवाल उनका ऐसा था कि जैसे वे विधानसभा में बैठे हो और विपक्षी दलों के नेताओं की तरह सरकार को घेर रहे हो। शायद यही कारण था कि मुख्यमंत्री को यह कहते देर नहीं लगी कि वे आदिवासी जरुर है, पर बोका नहीं। उन्होंने साफ कहा कि किसी को भी नेता जनता बनाती है। कोई यह कहता है कि विपक्ष में प्रधानमंत्री का कोई चेहरा ही नहीं हैं। तो यह कहनेवाला जान लें कि वो भी कभी प्रधानमंत्री का चेहरा नहीं था, पर उसे प्रधानमंत्री का चेहरा बनानेवाला भी जनता ही थी।

अगर अयोध्या स्थित रामजन्मभूमि मंदिर से आमंत्रण आयेगा तो जरुर जायेंगे

उन्होंने साफ कहा कि कोई यह सोचता है कि हेमन्त सोरेन को डरा-धमका कर अपने कब्जे में कर लेगा, तो वो गलत है। हम आदिवासी प्रेम में अपनी जान भी लूटा सकते हैं, पर दबाव या धमकी हमें बर्दाश्त नहीं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनके लिए मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, गिरजाघर सभी समान है। अगर अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर का आमंत्रण पत्र आयेगा तो जरुर जायेंगे।

धनबाद पर उनकी नजर है, जल्द ही सुधार देखने को मिलेगा

धनबाद में व्यापारियों और डाक्टरों से मांगी जा रही रंगदारी के सवाल पर उनका कहना था कि जो भी लोग इस प्रकार की परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। अगर वे उनके पास आते तो उनकी समस्याओं का हल हम कैसे निकाल सकते हैं। उस पर चर्चा कराकर हम समस्याओं का हल जरुर निकालते। फिलहाल हमने कल ही कुछ पुलिस पदाधिकारियों का तबादला किया है। उसमें धनबाद भी शामिल है। निश्चय ही उसका फायदा धनबादवासियों को मिलेगा। ऐसे भी उनका ध्यान धनबाद की स्थितियों पर हैं। वहां की जनता को घबराने की जरुरत नहीं।  

अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपने शासन के चार सालों के अनुभवों पर उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का ठीक तरह से गठन भी नहीं हुआ था और देश-दुनिया में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण ने दस्तक दी। वैश्विक महामारी के चलते देश में लंबे समय तक लॉकडाउन लगा रहा। झारखंड देश के पिछड़े राज्यों में गिना जाता है वैसी स्थिति में कोरोना जैसी आपदा राज्य के लिए अभिशाप जैसी थी।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के समय भी अन्य राज्यों के अपेक्षा झारखंड में बेहतर कार्य किया तथा गरीब, मजदूर, किसान सहित सभी को सुरक्षा प्रदान करते हुए महामारी का डटकर सामना किया। वैश्विक महामारी के चपेट में आकर हमारे मंत्रिमंडल के दो मंत्री भी शहीद हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही वैश्विक महामारी का बादल छटा, हमारी सरकार ने वादों के अनुरूप राज्य को एक नई दिशा देने का प्रयास किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार पूरे झारखंडियों की सरकार है। शुरुआती दिनों से ही हमारी सरकार ने राज्य के हर वर्ग, हर समाज को लेकर आगे बढ़ाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण और प्रभावी अभियान रहा है। इस अभियान के तहत हम विकास की राह में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे हैं। 29 दिसंबर 2023 को इस अभियान के तीसरे चरण का अंतिम पड़ाव है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड देश का सबसे पिछड़ा राज्य होने के वजह से यहां आर्थिक, शैक्षणिक स्तर पर सहित कई विषमताएं रही हैं। हमारी सरकार “आपकी-योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” अभियान के माध्यम से इन विषमताओं पर काम करने का पुरजोर कोशिश हुई है।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य कर्मियों को संवेदनशील बनाने का प्रयास किया है। जिस उद्देश्य के साथ हम लोगों ने सरकार बनाई उसे उद्देश्य को पूरा करने के लिए यह सरकार अबतक गांव के लोगों के साथ, राज्य की जनता के भावनाओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का कार्य किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी चुनौतियां खत्म नहीं हुई हैं, आगे हम लोगों को और कई चुनौतियों से सामना करना है परंतु इन चुनौतियों से निपटने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राज्य का सर्वांगीण विकास केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के आपसी समन्वय से होता है परंतु मेरा मानना है कि केंद्र सरकार से जो सहयोग हमें  मिलना चाहिए था वह अपेक्षा के अनुरूप नहीं मिला है। केंद्र सरकार से कम सहयोग मिलने के बावजूद सरकार ने कदम रोके नहीं बल्कि निरंतर आगे बढ़ते रहे।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने झारखंड के किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं, बेरोजगारों सहित सभी वर्ग को सरकार की विभिन्न भावी योजनाओं से जोड़ने का निरंतर प्रयास किया है। आगे भी करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में 80% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। मेरा मानना है कि राज्य का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब हम गांव को मजबूत करेंगे, जब गांव मजबूत होगा तभी शहर और राज्य मजबूत होगा।

झारखण्ड के गांवों की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर पिछड़ेपन का टैग मिटायेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है कि हम झारखंड के गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर राज्य के माथे पर जो पिछड़ेपन का टैग लगा है उसे हटाने में जरूर कामयाब होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 में झारखंड युवा राज्य की गिनती में शुमार हो जाएगा। पिछले 20 वर्षों में इस राज्य को पूर्व सरकारों से जितनी अपेक्षाएं थीं उसके मुताबिक पूर्ववर्ती सरकारी बिल्कुल खरी नहीं उतर पाई। यही वजह है कि आज झारखंड पिछड़ेपन का दंश झेल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में झारखंड में ऐसे कोई काम नहीं हुआ जिसके भरोसे आज हम हर चुनौती से लड़ने का सामना रखते हों, लेकिन धीरे-धीरे ही सही हमारी सरकार झारखंड की जड़ को मजबूत करने पर लगी है। आने वाले कुछ वर्षों में हम इस राज्य को अपने बल पर खड़ा करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमने राज्य में महत्वपूर्ण राज्य सरकार के अंश के रूप में कार्य कर रहे कर्मचारियों, पुलिस कर्मियों, शिक्षकों, आंगनबाड़ी कर्मियों सहित कई वर्ग के अनुबंधकर्मियों की पुरानी मांगों को पूरा करने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश में सरकार के कर्मियों ने पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर सड़कों पर आंदोलन किया है।

झारखण्ड देश का पहला राज्य जहां ओल्ड पेंशन स्कीम लागू हुई

झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य है जहां पुरानी पेंशन योजना लागू हुई है। हमारी सरकार ने झारखंड में सर्वजन पेंशन योजना लागू करने का काम कर दिखाया है। सर्वजन पेंशन योजना लागू करने वाला झारखंड पूरे देश में पहला राज्य है। वर्तमान समय में हमारे राज्य में 60 वर्ष से ऊपर सभी बुजुर्ग महिला-पुरुष, विधवा, दिव्यांगो को सामाजिक सुरक्षा से जोड़ने का कार्य कर दिखाया है। हमारी सरकार ने सामाजिक सुरक्षा को प्राथमिकता में लेकर इसके दायरे को बढ़ाने पर बल दिया है।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार आने वाली पीढ़ी को सशक्त करने के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने झारखंड के सरकारी स्कूलों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति राशि में वृद्धि की है, वहीं सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना से बच्चियों को जोड़ा गया है। इस योजना के तहत सभी पात्र बच्चियों को आर्थिक सहयोग किया जा रहा है ताकि उनकी पढ़ाई बीच में रुके नहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा हेतु विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं उन्हें भी मरंग गोमके पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत शत प्रतिशत स्कॉलरशिप दिया जा रहा है। राज्य में किसानों की ऋण माफी, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, सरकारी उपक्रमों में विभिन्न पदों पर नियुक्ति, प्रत्येक विभागों की नियुक्ति नियमावली बनाने, उत्कृष्ट विद्यालयों का संचालन, बेहतर उद्योग नीति के साथ-साथ कई विभिन्न क्षेत्रों में बहुत सारे कार्य किए गए हैं।

हाइड्रोजन इंजन का निर्माण करनेवाला पहला राज्य जल्द बनेगा झारखण्ड

झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य है जहां हाइड्रोजन इंजन का निर्माण किया जाएगा इस नियमित टाटा कमिन्स के साथ एमओयू हो चुका है। कई औद्योगिक संस्थानों द्वारा उद्योग स्थापित करने की कार्य योजना पाइपलाइन पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची शहर वासियों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए रांची शहर में फ्लाईओवर का जाल बिछाया जा रहा है। फ्लाईओवर निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है जल्द ही यह बनकर तैयार हो जाएगा।