राजनीति

जब हम गोली, बंदूक से नहीं डरे तो ये जेल से क्या डरेंगे, आपलोग भी सावधान रहिये, चुनावी माहौल में चील-कौवा मंडराने लगा है, भाजपावाले ओडिशा, छत्तीसगढ़, बंगाल से भीड़ जुटाने में लगे हैः हेमन्त

आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार के अंतर्गत चांडिल प्रखण्ड में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि समय-समय पर इस देश की गरीब-गुरूबा जनता ने, किसानों ने, सामंती विचारधारा के लोगों को मुंह तोड़ जवाब दिया है। जब भी हम लोग हक-अधिकार मांगते हैं, तो हमें जेल में डाल दिया जाता है। एक लाख 36 हजार करोड़ का राज्य का बकाया केंद्र सरकार ने अपने पास रखा है, हमें नहीं मिलता, मगर दूसरे राज्यों को मिल जाता है। ऐसे ही आवास के लिए हम लोग दिल्ली में आवाज उठाते रह गए, इन्होंने नहीं दिया, तब हम लोगों ने अबुआ आवास शुरू किया।

लेकिन अब चुनाव आ रहा है तो शायद 3-4 साल पुराना आवास के लिए केंद्र पैसा देना चाह रहा है, बोलते हैं एक लाख को आवास देंगे। इन्हें नहीं पता यहां 20 लाख को आवास देना है। हम अबुआ आवास के अंतर्गत अगले पांच साल में सभी 20 लाख को अबुआ आवास देने का काम करेंगे। हेमन्त सोरेन ने कहा कि आने वाले पांच साल में हम राज्य के हर घर में एक लाख रुपए देने का काम करेंगे। हमें मालूम है आज के दिन में भी गांव-देहात में गरीब लोग, इलाज के लिए, बच्चा की पढ़ाई के लिए महाजनों से पैसा लेने को मजबूर होता है। आने वाले पांच साल में किसी गरीब को किसी महाजन से उधारी का पैसा लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी, हम उतना सभी को मजबूत करेंगे।

उन्होंने कहा कि आप लोग ध्यान रखिएगा, अभी चुनावी माहौल आने वाला है। अभी चील-कौवा भी आसमान में मंडराने लगा है। अभी यहां होने वाले कार्यक्रम में विपक्ष के लोग अपनी पीठ थपथपाने के लिए ओडिशा, छत्तीसगढ़, बंगाल से भीड़ जुटाने की कोशिश में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि आज आपको मंईयां सम्मान योजना का लाभ मिला है, पेंशन का लाभ मिला है, बिजली का बकाया बिल भी माफ हो रहा है। आपके इस भाई और बेटे ने संकल्प लिया है कि जब तक हम गांव को मजबूत नहीं करेंगे, यह राज्य मजबूत नहीं हो पायेगा। उसी लक्ष्य के साथ हम आगे बढ़े हैं।

उन्होंने कहा कि पूर्व की डबल इंजन भाजपा सरकार के पास गरीबों को पैसा देने के लिए पैसा नहीं था, बुजुर्गों को पेंशन देने के लिए पैसा नहीं था, महिलाओं को सम्मान देने के लिए पैसा नहीं था, किसानों का कर्जा माफ करने के लिए इनके पास पैसा नहीं था, लेकिन बड़े-बड़े अरबपतियों का कर्जा माफ करने के लिए इनके पास पैसा था।

उन्होंने कहा कि पूर्व की डबल इंजन सरकार में आम दिनों में लोग भूखे मरने को मजबूर होते थे। हमने अपनी दीदी-बहनों की मदद से कोरोना के विकराल समय राज्य के लोगों को खाना खिलाने के काम किया, किसी को भूख से मरने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सरकार बनी नहीं, भाजपा ने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया। साजिश के तहत जेल तक में डाल दिया। इनके केंद्रीय ग्रामीण मंत्री यहां आते हैं। पूछिये इनसे राज्य में मनरेगा में सबसे कम मजदूरी क्यूँ मिलता है? और जो भी मिलता है, वह भी समय पर क्यों नहीं मिलता है।

उन्होंने कहा कि इनके पास विधायकों को, सांसदों को खरीदने के लिए पैसा है, लोगों को देने के लिए नहीं। ये बोलते हैं इतने-इतने नेता संपर्क में हैं। जनता इन भाजपा वालों को नहीं चुनती है। इसलिए ये लोग पैसा से सरकार बनाते हैं। और पैसा से सरकार बनाने वाले इन लोगों को मिलकर सबक सिखाना है। इन्हें यह नहीं पता कि यह झारखण्ड की वीर भूमि है। हम लोग तो गोली, बंदूक से डरे नहीं, जेल में भेजकर हमें क्या डराना चाहते हो?