जब भी चुनाव हो, भाजपा की अंतिम यात्रा निकलना तय, हम पुआल, बांस, नारियल रस्सी, धूमन लेकर बैठे हैं, इनके सभी मंसूबों की पहली कील जमशेदपुर व अंतिम कील भोगनाडीह में ठुकेगाः सुप्रियो
भाजपा की राजनीतिक शक्ति समाप्त हो चुकी है। इसलिये इन्हें बाहर से लोगों को बुलाना पड़ता है। 21 सितम्बर को भाजपा शासित राज्यों के कई मुखिया झारखण्ड आयेंगे। केन्द्र सरकार के मंत्री भी आयेंगे। चुनाव तक तो पूरा केन्द्र का कैबिनेट यहीं बैठ जायेगा। भाजपावाले कितना भी यात्रा निकाल लें। झारखण्ड की जनता इनकी अंतिम यात्रा दिसम्बर माह में निकाल कर रहेगी। ये वक्तव्य है, झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य का, जिन्होंने आज संवाददाता सम्मेलन में कही।
उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव होगा, भाजपा का अंतिम यात्रा निकलना तय है। जनता बैठी है। इंतजार कर रही है कि जब दिसम्बर का समय आयेगा। राज्य में पुनः रायशुमारी होगी। झामुमो के कार्यकर्ता पुआल, कच्चा बांस, नारियल की रस्सी, धूमन सब तैयार कर बैठे हैं। भाजपा के सारे राजनीतिक मंसूबे की पहली कील जमशेदपुर में और अंतिम कील भोगनाडीह में ठोका जायेगा।
सुप्रियो ने कहा कि 15 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जमशेदपुर आ रहे हैं। हम देखना चाहेंगे कि जब पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन जब उनके साथ सीट शेयरिंग करेंगे तो वे सरना धर्म का मुद्दा उनके समक्ष उठा पाते हैं या नहीं। सुना है, प्रधानमंत्री कई रेल परियोजना के साथ-साथ 300 करोड़ रुपये की योजना का भी शुभारम्भ करेंगे। लेकिन हम तो देखना चाहेंगे कि हमारा एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये जो केन्द्र के पास बकाया है, उसे देने का ऐलान वे करते हैं या नहीं या फिर झारखण्ड को ठगा जायेगा, भ्रम में डाला जायेगा, उसके हक-हुकूक को मारा जायेगा। उसकी पहचान का सौदा होगा या राजनीतिक शक्तियों का खात्मा होगा।
सुप्रियो ने कहा कि हम देश के बाहर के लोग नहीं हैं। हम सर्वाधिक देनेवाले लोग है। पूरा जीवन काल सौंपनेवाले लोग हैं। अपनी पीढ़ियों को बर्बाद करनेवाले लोग है। नहीं तो जाकर मुसाबनी और जादूगोड़ा में यूरेनियम के रेडियेशन से बर्बाद हो रही पीढ़ियों, सिंहभूम में आयरन ओर और जमशेदपुर शहर में शहर के बीचोबीच टाटास्टील की जलनेवाली भट्ठियों से बर्बाद हो रही पीढ़ियों को देखा जा सकता है। अगर हमें इस प्रकार की बीमारियों से निजात नहीं मिलती है तो हमें फायदा क्या?