‘पालोना’ के दस वर्ष पूरे होने पर संवेदना आभार समारोह को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय ने पूरी पालोना टीम के कार्यों को सराहा तथा सेफ सरेंडर प्रक्रिया को सरल बनाने की बात कही
गत् गुरुवार को रांची के मोराबादी मैदान के पास स्थित ट्राई के सभागार में “संवेदना आभार समारोह” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिशु संरक्षण से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और इस क्षेत्र में योगदान देने वाले व्यक्तित्वों एवं संगठनों को सम्मानित किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य शिशु कल्याण के प्रति समाज की जिम्मेदारी को बढ़ावा देना था। समारोह का आयोजन पालोना टीम द्वारा किया गया था, जिसमें प्रमुख अतिथियों ने शिशु संरक्षण के महत्व पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में बलबीर दत्त और एडीजीपी अनिल पलटा ने शिरकत की। दीपिका पांडेय सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “पालोना टीम के द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय हैं और मुझे गर्व है कि मुझे इस मुहिम का हिस्सा बनने का अवसर मिला। हमें बच्चों के सेफ सरेंडर की प्रक्रिया को सरल बनाना होगा और डॉक्टरों को भी इस मुहिम से जोड़ना होगा।” जिससे इस अभियान को सार्थक किया जा सके, और इस प्रकार की अमानवीय कार्यों को रोकने में सफलता मिले।
पालोना टीम के संरक्षक बलबीर दत्त ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में इस प्रथा को समाप्त करने की जरूरत है। यह घटना समाज में लड़के एवं लड़कियों के अनुपात को कम कर रहा है। जो लोग प्राकृतिक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। वह समाज को बर्बाद करने का काम कर रहे हैं। इसलिए समय रहते हमें चेतने की जरूरत हैस नहीं तो इसका गंभीर परिणाम हम सब को भुगतना पड़ेगा।
एडीजीपी अनिल पलटा ने कार्यक्रम में शिशु संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “हमारे समाज में लड़कियों को बोझ समझने का गलत नजरिया है, जिसे बदलने की जरूरत है। लड़कियों का सम्मान और उनके संरक्षण के लिए हमें और कदम उठाने होंगे।”
कार्यक्रम के दौरान पालोना टीम ने शिशु संरक्षण के लिए किए गए विभिन्न प्रयासों को साझा किया और कई सम्मानित व्यक्तित्वों को उनकी भूमिका के लिए सम्मानित किया। सिटीजन फाउंडेशन के गणेश रेड्डी ने स्वागत भाषण दिया और प्रिया श्रीवास्तव ने पालोना मुहिम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर पालोना संस्थापक मोनिका गुंजन आर्य ने भी अपने विचार साझा किए और शिशु संरक्षण के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
समारोह के अंतर्गत शिशु संरक्षण के क्षेत्र में योगदान देने वाले प्रमुख व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया, जो इस क्षेत्र में निरंतर काम कर रहे हैं। इस आयोजन ने शिशु कल्याण के प्रति समाज की जिम्मेदारी और योगदान को प्रोत्साहित किया। पालोना टीम ने इस अवसर पर शिशु संरक्षण के महत्व को उजागर किया और इस मुहिम में आगे भी सहयोग देने का आह्वान किया।