नहर गटकेंगे, यौन शोषण के आरोपी BJP MLA को बचायेंगे, हाथी उड़ायेंगे, फिर भी सदाचारी कहलायेंगे
कितना भी नड्डा और माथुर जी दम लगा लें, वे गांव–गांव जाकर गैस सिलिंडर बांट आये, सभा कर लें और सभा में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही तथाकथित विकास योजनाओं में भाग ले रही महिलाओं को बुलाकर भीड़ लगा लें, उसके बाद भी भाजपा 20-25 सीट से ज्यादा नहीं ला पायेगी। वे कितना भी बूथ मैनेंजमेंट कर लें, बूथ संयोजकों को सम्मानित कर दें, रघुवर दास को दिल से कोई भी भाजपा कार्यकर्ता न मानता है और न ही मानना चाहेगा। ये बोल है भाजपा के एक समर्पित कार्यकर्ता की।
वो भाजपा कार्यकर्ता ताल ठोककर कहता है कि राज्य की जनता जान चुकी है कि राज्य के अखबार व चैनल बिक चुके हैं, वे वहीं बोलेंगे जो उनसे बुलवाया जायेगा या लिखवाया जायेगा, क्योंकि सवाल विज्ञापन का हैं, वे विज्ञापन और अपने परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए जितना नीचे गिरना हैं, वे गिरेंगे, क्योंकि ये पत्रकार नहीं हैं। अब ये न्यूज सप्लायर्स, न्यूज डिस्ट्रीब्यूटर्स अथवा पीएम मोदी के अनुसार न्यूज टेडर्स हैं, ऐसे में जनता जानती है कि आजकल अखबारों में लिखा नहीं जाता, लिखवाया जाता हैं। चैनलों में बोला नहीं जाता, बुलवाया जाता है, और ये सारे कुकर्म झारखण्ड में देखे जा रहे हैं।
रही बात झारखण्ड में चुनाव की तो विधानसभा में जितनी बार चुनाव हुए, उसमें विपक्ष का पलड़ा भारी रहा है, अगर विपक्ष ने मिलकर साझा प्रत्याशी खड़ा कर दिया और विपक्ष के सारे दलों के कार्यकर्ताओं ने दिल और दिमाग से मुकाबला कर दिया तो भाजपा का जाना उतना ही सुनिश्चित है, जितना की दिन और रात का होना।
एक भाजपा कार्यकर्ता विद्रोही24.कॉम को राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास का सोशल साइट यानी फेसबुक दिखाता है, जिसमें राज्य की जनता उन्हें खुब खरी–खोटी सुना रही हैं, उसकी एक झलक आप भी देखें। सामने प्रस्तुत है। रघुवर दास के फेसबुक पर कल यानी 30 अगस्त को साढ़े तीन बजे दिन में एक पोस्ट अपलोड किया गया है। जिसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास कह रहे हैं – “2014 से पहले झारखण्ड के माथे पर भ्रष्टाचार का कलंक लगा था। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक का जेल में आना–जाना लगा रहता था। लेकिन आपके आशीर्वाद से पिछले साढ़े चार साल में हमारी सरकार ने भ्रष्टाचार के कलंक को मिटा दिया है।” और इन्हीं के इस पोस्ट पर लोगों ने इनकी सारी पोल पट्टी खोलकर रख दी है।
रवि कांत राणा कहते है कि रोजगार सेवक पर शिकंजा कसिये, डोभा निर्माण को लेकर बहुत भ्रष्टाचार हो रहा है, खास कर हजारीबाग जिले में। राजेन्द्र वर्मा कहते है गिरिडीह जिले के गांडेय प्रखण्ड में खूलेआम रिश्वत लिया जाता है, तो भ्रष्टाचार रुका कहा है सर जी।राजकुमार लोहरा कहते है कि बिल्कुल नहीं सर जी, क्योंकि आज भी हमारे घरों, सड़कों को देखने से अंदाजा लग सकता है, यू कहे तो पूरा तमाड़ ही भ्रष्टाचार से ग्रसित है।
बसंत वर्मा कहते हैं आपने तो जनता से वादा किया कि जुलाई में पूरा झारखण्ड में 24 घंटे बिजली मिलेगी, क्या हुआ मिल रहा हैं, जो आप कर सकते है, उतना ही वादा करना चाहिए, ओके। रामदेव प्रसाद कहते है कि मुख्यमंत्री महोदय झारखण्ड के युवा पीढ़ी आपको पसंद नहीं कर रहे हैं, इसलिए आप सपना देखना छोड़ दीजिये।
सतीश साव ने अपना दुखड़ा रोते हुए कहा कि वह एक आउटसोर्सिंग हेल्थ वर्कर हैं, नवम्बर 2018 से काम कर रहा हैं, पर उसका बकाया भुगतान नहीं हो रहा। लक्ष्मण सर्राफ ने कहा कि भ्रष्टाचार देखना है तो चास ब्लॉक या एसडीओ ऑफिस आइये। शिव प्रसाद बर्णवाल कहते है कि इसलिए आप झारखण्ड का पैसा को लूट के जेल को ही खरीद लिये है, फ्लाप सीएम। सैम कहते है कि कलंक मिटाते–मिटाते नया नवेला नहर भी मिट गया गुरुजी।
अशोक तिवारी कहते है कि रघुवर दास को यमराज के जेल में सजा मिलेगी। जूनेद रजा कहते है कि इसीलिए 2200 करोड़ का नहर आठ घंटे में बह गया। सोहैल तन्वीर – कोनार नहर कैसे टूट गैलो। अनमोल सिंह आपके विधायक पर लगा हुआ है, उसका कब कलंक दूर कीजियेगा। मो. मुदस्सर नजर – कोनार नहर को आप खा गये या चूहा। तापस सरकार – सरकार बदलने दीजिये, फिर बोलियेगा। संजय वर्मा – आम जनता भू–माफिया से त्रस्त है कोई देखनेवाला नहीं।
यानी कुल मिलाकर देखे, तो इस मुख्यमंत्री के शासनकाल में 2200 करोड़ का कोनार परियोजना बह जाता है, और ये सीएम कहते है कि उनके यहां भ्रष्टाचार नहीं हैं। इनके शासन काल में इनके मातहत काम करनेवाला पूर्व पुलिस महानिदेशक अपनी पत्नी के नाम 51 डिसिमिल सरकारी जमीन अवैध रुप से कब्जा कर लेता है, और उस पर कार्रवाई नहीं होती, और ये सीएम कहते है कि उनके यहां भ्रष्टाचार नहीं हैं।
मुख्यमंत्री का साला खेमराज साहू, मनीष दास के घर पर ताला जड़वा देता है, और वह मनीष दास न्याय मांगने के लिए झारखण्ड हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहा हैं और ये कहते है कि भ्रष्टाचार नहीं हैं। इनका अतिप्रिय सजातीय विधायक ढुलू महतो, जिस पर भाजपा के ही जिला मंत्री कमला कुमारी यौन शोषण का आरोप लगाती है और ये धनबाद के पुलिस अधिकारियों को कहकर उसके खिलाफ प्राथमिकी तक होने नहीं देते और ये कहते है कि उनके यहां भ्रष्टाचार नहीं हैं।
करोड़ों–अरबों खर्च कर मोमेंटम झारखण्ड करवाते हैं, हाथी उड़वा देते हैं, अपनी विदेश यात्रा पर करोड़ों खर्च करवा देते हैं और एक पैसे का निवेश नहीं हो पाता और ये कहते है कि भ्रष्टाचार नहीं हैं। भ्रष्टाचार को ही लेकर कई बार इनके ही मंत्रिमंडल के विद्वान मंत्री सरयू राय कई बार इनका क्लास ले चुके हैं, और ये कहते है कि उनके यहां भ्रष्टाचार नहीं हैं। बकोरिया में मासूमों की हत्या करवा दी जाती है, इस बकोरिया कांड को दबाने के लिए ये दिन–रात एक कर देते हैं, और इधर हाई कोर्ट सीबीआई जांच का आदेश दे देती हैं, और ये कहते है कि उनके यहां भ्रष्टाचार नहीं हैं।
तो भाई ये भ्रष्टाचार होता क्या हैं? आप ही बता दें, कही प्रदीप यादव वाला स्टाइल तो नहीं कि तुम यौन शोषण करो तो जेल में रहो और हमारे लोग यौन शोषण करें तो प्राथमिकी भी नहीं हो, अगर ये सिद्धांत हैं, तो भाई इसके लिए भी नड्डा और माथुर जी को राष्ट्रपति भवन में ऐसे महान मुख्यमंत्री के लिए भारत रत्न दिलवाने का प्रयास तो करना ही चाहिए, क्योंकि जब देश के लाखों केन्द्रीय कर्मचारियों– राज्य कर्मचारियों को ओपीएस खत्म करा, एनपीएस शुरु करानेवाले तथा अपने जैसे विधायकों–सांसदों के लिए ओपीएस की व्यवस्था करानेवाले महानों के महान नेता अटल बिहारी वाजपेयी जब भारत रत्न के हकदार हो सकते हैं, तो झारखण्ड के ये महान मुख्यमंत्री रघुवर दास क्यों नहीं?