एक ही वर्ष में CM रघुवर दास के ‘मोमेंटम झारखण्ड’ की हवा निकल गई
17 फरवरी 2017, मुख्यमंत्री रघुवर दास का मोमेंटम झारखण्ड का अंतिम दिन। मुख्यमंत्री आह्लादित है, मुख्यमंत्री के हां में हां मिलानेवाले एक मंत्री को छोड़कर सारे मंत्री, अधिकारियों का दल, कनफूंकवों का समूह गद्गद हैं, उसे लग रहा है कि उन्होंने ऐसा काम कर दिया हैं, जो आज तक किसी ने किया ही नहीं, अब झारखण्ड में बेकारी, पलायन, भूखमरी, अशिक्षा, स्वास्थ्य की समस्या खत्म हो जायेगी, पूरे देश में बस एक ही नाम रहेगा, वह नाम रहेगा – रघुवर दास का। जब वे कहीं निकलेंगे, तो जैसे सभा में मोदी-मोदी लोग चिल्लाते रहते हैं, उसके बदले लोग रघुवर, रघुवर चिल्लायेंगे, लेकिन ये क्या? एक वर्ष में ही मोमेंटम झारखण्ड की हवा निकल गई, जो मुख्यमंत्री बार-बार कलरफुल हाथी उड़ाने में ज्यादा समय बिता रहे थे, उनका हाथी आकाश में उड़ते हुए दिखाई तो नहीं दिया पर जमीन पर इधर – उधर धड़ाम से गिरकर, बीमारी का शिकार होते हुए, मृत्यु शैय्या पर जरुर लेट गया।
जरा आइये आपको लिये चलते हैं, मोराबादी मैदान। आज से ठीक एक साल पहले, 17 फरवरी को सीएम रघुवर दास इस मैदान में दिये जा रहे थे, लोगों को सब्जबाग दिखा रहे थे। क्या कह रहे थे? जरा दिमाग पर जोर डालिये और आकलन करिये कि उन ढपोरशंखी योजनाओं का क्या हुआ? सीएम रघुवर दास कह रहे थे कि पूरी दुनिया में निवेशकों का समूह झारखण्ड की ब्रांडिंग करें। उन्होंने यह भी कहा था कि झारखण्ड देश को आर्थिक सुपर पावर बनाने में अहम भूमिका निभायेगा। निवेशकों की समस्याओं का समाधान आनस्पॉट होगा। 210 में 172 एमओयू पर एक वर्ष में काम शुरु हो जायेगा। 170 एमओयू से एक वर्ष में 89 हजार 496 करोड़ का निवेश होगा। 170 एमओयू से एक लाख 56 हजार 225 प्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे। 38 एमओयू दीर्घकालीन हैं, दो साल में इन पर काम शुरु हो जायेगा। तीन साल में ये कंपनियां काम शुरु कर देगी। इनमें दो लाख 20 हजार 792 करोड़ का निवेश होगा। 54 हजार से ज्यादा प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित होगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा था कि चीन ने झारखण्ड में करीब 1200 करोड़ रुपये का निवेश करने की इच्छा जतायी है। चीन देश में पहला प्वाइंट आफ सेल मशीन का कारखाना झारखण्ड में लगायेगा। इसके लिए तुपुदाना में जमीन देने पर सहमति बनी है। अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर में सबसे बड़ा निवेश स्वीडन की कंपनी कोआलो ग्लोबल एबी की ओर से किया जायेगा।
बड़े-बडे सपने दिखाये गये थे, बताया गया था कि मोमेंटम झारखण्ड के दौरान 3.10 लाख करोड़ के निवेश के लिए 210 एमओयू किये गये, इससे 6 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इस दिन 13 कंपनियों को 136.23 एकड़ की जमीन पट्टे पर भी दे दिया गया था।
केन्द्र सरकार के मंत्रियों ने घोषणाओं की झड़ी लगा दी थी। कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप ने कहा था कि खूंटी के नॉलेज सिटी में राष्ट्रीय स्तर के ट्रेनर और मास्टर ट्रेनर इंस्टीट्यूट के लिए 150 करोड़ दिये जायेंगे। गोड्डा में ड्राइविंग स्कूल खुलेगा, आधारशिला रखने के लिए 2-3 अप्रैल को राष्ट्रपति आयेंगे।
दूर संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि झारखण्ड आइटी हब बनेगा। आदित्यपुर में इलेक्ट्रानिक कलस्टर स्थापित होगा।
उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा था कि जमशेदपुर, हजारीबाग, पलामू, गिरिडीह और देवघर में हवाई सेवा जल्द प्रारंभ की जायेगी।
और अब उन कंपनियों को देखिये, जिन्होंने इस दिन बड़े-बड़े दावे किये थे, उनके दावों का क्या हुआ?
अडाणी ग्रुप झारखण्ड में 50 हजार करोड़ का निवेश करेगा, जिसमें कंपनी 4000 मेगावाट का पावर प्लांट, सब्सिटीट्यूट नेचुरल गैस व यूरिया प्लांट की स्थापना करेगी।
टाटा हाउसिंग 750 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिसमें टाटा हाउसिंग डेवलेपमेंट कंपनी अफोर्ड़ेबल हाउसिंग कालोनी का निर्माण करेगी।
कोआलो ग्लोबल एबी 17300 करोड़ का निवेश करेगी, जिसमें कंपनी अफोर्डेबल हाउसिंग, मेट्रो प्रोजेक्ट, वेस्ट एनर्जी व स्मार्ट सिटी डेवलेपमेंट के लिए निवेश करेगी।
एस्सेल इंफ्रा 5700 करोड़ का निवेश करेगी, जिसमें कंपनी हाउसिंग के क्षेत्र में निवेश करेगी, कंपनी इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण भी करायेगी।
जेएसडब्लयू लिमिटेड 35000 करोड़ का निवेश करेगी, जिसमें कंपनी 10 एमटी के स्टील प्लांट का स्थापना के लिए सेकेंड स्टेज का एमओयू की है।
उषा मार्टिन 538 करोड़ का निवेश करेगी। कंपनी कोल ब्लॉक और आयरन ओर के डेवलपेमेंट पर खर्च करेगी।
टाटा ब्लू स्कोप स्टील ने 350 करोड़ रुपये का निवेश करने की बात कही थी, जिसमें वह पेंटलाइन कारखाना बनाने की बात कही थी।
लाफार्ज इंडिया 300 करोड़ रुपये से सीमेंट प्लांट लगाने की बात कही थी। प
पर, सच्चाई आपके सामने हैं, न तो केन्द्रीय मंत्रियों ने जनता के सामने किये गये अपने वायदों को पूरा किया और न निवेश के लिए बड़े-बड़े दावे करनेवाले कंपनियों ने अपनी बातों को जमीन पर उतारा, जो मुख्यमंत्री ने जनता से बड़े-बड़े वायदे किये थे, उनके भी पोल अब पूरी तरह खुल गये, जो मुख्यमंत्री ने कभी संवाददाताओं से पूछे गये सवाल के जवाब में कहा था कि यहां हाथी उड़ रहा हैं, रघुूवर दास उड़ रहा हैं, अब ये हाथी कितना उड़ा, मुख्यमंत्री कितना उड़े, अब यहां की जनता पूरी तरह से देख चुकी हैं, अब यहां की जनता मुख्यमंत्री के किसी भी बात या झांसे में नहीं आनेवाली।